Kumar Vishwas in Mathura: प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर मथुरा के भ्रमण पर हैं। इस दौरान उन्होंने गोकुल के रमण रेती में लोटपोट होकर मनौती मांगी है। मान्यता है कि कभी श्रीकृष्ण ने भी बचपन में लोटपोट होकर इसी मिट्टी में रमण किया था। बता दें कि कुमार विश्वास श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से पहले ही मथुरा पहुंच चुके हैं। वे ब्रज में सभी तीर्थ स्थानों पर भ्रमण कर आनंद ले रहे हैं। गोकुल महावन के मध्य रमणरेती आश्रम पहुंचे जहां उन्होंने गुरु शरणानंद महाराज से आशीर्वाद लिया।
कुमार विश्वास ने मथुरा में बांके बिहारी के दर्शन किए और फिर श्रीकृष्ण जन्म स्थान पहुंचे। यहां उन्होंने श्रद्धालुओं के साथ जमकर भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं पर आधारित कविताओं के माध्यम से श्रद्धालुओं को गुदगुदाया। कवि विश्वास ने कहा कि जहां भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था वह जगह अलौकिक है यहां पर हर कोई आना चाहता है।
श्रद्धालुओं को सुनाई श्रीकृष्ण की कविताएं
कवि इस दौरान रमण रेती स्थित आश्रम भी पहुंचे यहां उन्होंने विश्व विख्यात कवि शरणानंद महाराज से साष्टांग दंडवत कर आशीर्वाद लिया। वहीं महाराज जी के समीप बैठकर उन्होंने ठाकुर जी की लीलाओं पर कविता भी सुनाई। इस दौरान उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण पर स्वरचित कविताएं भी सुनाईं।
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यहां की रज अपने-आप में अलौकिक
कुमार विश्वास ने कहा कि ब्रज में आकर एक अलग ही आनंद आता है और यहां हर ओर से एक ऐसी सुगंध आती है जो भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में समाहित कर देती है। उन्होंने कहा कि ब्रज यानी मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को लेकर धूम है और उनका यह सौभाग्य है कि इस मौके पर वह मथुरा में आए हैं। उन्हें भगवान श्रीकृष्ण के अलग-अलग स्वरूप में दर्शन करने को मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां ब्रज के कण -कण में भगवान श्रीकृष्ण रमण करते हैं, यहां की रज भी एक अपने आप में अलौकिक है।
मथुरा से लालकृष्ण की रिपोर्ट।
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