Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निकट स्थित नगला हुकुम सिंह गांव में बुधवार को अवैध रूप से निर्मित हो रही तीन मंजिला इमारत अचानक भरभराकर ढह गई. हादसे के समय भवन में करीब दस मजदूर काम कर रहे थे. पुलिस और एनडीआरएफ की टीमों ने तेजी से रेस्क्यू अभियान चलाया, जिनमें से 7 मजदूरों को बाहर निकाला गया, परंतु चार ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. देर रात तक मलबे में दबे एक और श्रमिक की तलाश जारी रही.
तीसरी मंजिल की शटरिंग हटाते ही हुआ हादसा
महावीर सिंह पुत्र रघुनाथ सिंह अपने खेत में यह भवन निर्माण करा रहे थे. सुबह लगभग साढ़े दस बजे तीसरी मंजिल पर डाली गई लेंटर की शटरिंग हटाई जा रही थी. जैसे ही सपोर्ट हटाया गया, लेंटर झुक गया और कुछ ही पलों में पूरे तीनों फ्लोर एक के ऊपर एक ढह गए. मजदूरों को बाहर निकालने के लिए स्थानीय लोगों ने प्रयास किया लेकिन भारी मलबा होने के कारण वे सफल नहीं हो सके.
एनडीआरएफ-पुलिस का संयुक्त अभियान
सूचना पर सबसे पहले रबूपुरा पुलिस पहुंची और थोड़ी देर में एनडीआरएफ की दो टीमों ने मोर्चा संभाल लिया. रेस्क्यू के दौरान घायल जीशान (22) निवासी जेवर ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. इसके अलावा दानिश (21) फरदीन (18) शकील (38) कामिल (20) और नदीम (30) को मलबे से निकालकर अस्पताल भेजा गया जहां कई की हालत गंभीर बनी रही.
भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत
हादसे के बाद बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए, जिससे रेस्क्यू में दिक्कतें आने लगी. पुलिस ने भीड़ को हटाने की कोशिश की तो मजदूरों के परिजन नाराज हो गए और गेट तोड़ने की कोशिश की. बाद में अधिकारियों ने समझाकर स्थिति को नियंत्रित किया.
विधायक पहुंचे, पीड़ित परिवारों को दिलाया भरोसा
घटना की जानकारी मिलते ही दोपहर में जेवर विधायक Dhirendra Singh मौके पर पहुंचे. उन्होंने पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाया और स्थिति पर शांति बनाए रखने की अपील की. समय रहते बाहर आने की वजह से ललितपुर के पांच मजदूरों को केवल हल्की चोटें आई. हादसे के बाद वे घटनास्थल से निकल गए, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है.
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