Hit and Drag Case: यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) पर यूपी (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) स्थित मांट टोल प्लाजा (Mant Toll Plaza) पर कार में फंसे मिले शव की शिनाख्त हो गई है। इसके साथ ही पुलिस ने इस खौफनाक हादसे (Hit and Drag Case) के रहस्य से भी पर्दा उठा दिया है। सामने आया है कि हादसा टोल प्लाजा से करीब 11 किमी पहले हुआ था। यानी कार में फंसा शव 11 किमी तक घसीटा गया था।
इटावा का रहने वाला था हादसे में मरा शख्स
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मथुरा के अपर पुलिस अधीक्षक त्रिगुण बिसेन ने बताया कि शव की शिनाख्त इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र के उरेंगा गांव निवासी रिजपाल सिंह (25) के रूप में हुई है। वह दिल्ली के एक निजी कूरियर कंपनी में ड्राइवर का काम करता था। बताया गया है कि वह मंगलवार तड़के अपने पैतृक गांव से लौट रहा था। तभी हादसे का शिकार हो गया।
मांट टोल पर पहुंची कार तो दिखा फंसा हुआ शव
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी कार चालक की पहचान वीरेंद्र सिंह के रूप में हुई थी। वह दिल्ली पंजीकरण संख्या की कार को चला रहा था। यह मामला तब सामने आया था, जब मांट टोल प्लाजा पर एक स्विफ्ट कार आकर रुकी। कार के पिछले हिस्से में एक शव फंसा हुआ था। पुलिस कर्मियों ने इसके बाद कार चालक को हिरासत में लिया था।
सीसीटीवी फुटेज खंगाले, माइलस्टोन 106 पर मिले खून के धब्बे
इसके बाद पुलिस मामले की जांच शुरू की। एक्सप्रेसवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। पूछताछ में कार चालक ने बताया कि घने कोहरे के कारण एक्सप्रेसवे पर दृश्यता कम थी, इसलिए यह हादसा हो गया। प्रारंभिक जांच में पुलिस को एक्सप्रेसवे के माइलस्टोन 106 के पास खून के धब्बे मिले, जो मांट टोल प्लाजा से करीब 11 किमी दूर हैं।
जब्त की गई कार के अगले हिस्से में कोई निशान नहीं!
मांट थाना प्रभारी प्रदीप कुमार यादव ने बताया कि आशंका है, हादसा माइलस्टोन 106 के पास हुआ है। उन्होंने बकाया कि हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या पीड़ित को कार या किसी अन्य वाहन ने टक्कर मारी थी, क्योंकि पकड़ी गई कार के अगले हिस्से में कोई निशान नहीं है। मामले में मुकदमा दर्ज किया जाएगी।
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