Pintu Mahra Criminal Record: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस पिंटू माहरा का विधानसभा में जिक्र किया था, उसका क्रिमिनल रिकॉर्ड सामने आया है। मुख्यमंत्री ने उसकी तारीफ की थी, लेकिन वह हिस्ट्रीशीटर निकला और उसका फैमिली बैकग्राउंड भी क्रिमिनल निकला। उसका परिवार महाकुंभ और माघ मेलों में लोहे की प्लेटें, सड़कें बनाने, बिजली की लाइनें बिछ़ाने का काम करता है।
पिंटू की मां शकुंतला देवी बिजली विभाग की रजिस्टर्ड ठेकेदार हैं। महाकुंभ प्राधिकरण ने अलग-अलग घाटों से संगम घाट तक जाने का किराया 75 से 160 रुपये तय किया। निर्देश थे कि नाव में 2 चालक और 8 यात्री ही होंगे और एक दिन में नाव कुल 8 फेरे ही लगाएगी। एक नाव से रोजाना 6400 रुपये की कमाई हुई। 45 दिन में 130 नाव ने 374400 यात्रियों के साथ 46800 फेरे लगाए और 37440000 रुपये कमाए।
दो दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया कि नाविक पिंटू महरा ने कुंभ में नाव चलवाकर 30 करोड़ कमाए
---विज्ञापन---अब उसका कच्चा चिट्ठा सामने आ रहा है
• वो नैनी के अरैल का कुख्यात अपराधी है
• 21 दिन पहले वसूली मांगने पर नामजद हुआ था
• डबल मर्डर केस में जेल में भी रहा है, 6 महीने… pic.twitter.com/uQSJQoQ6Kd
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) March 6, 2025
ऐसे में सरकारी रेट पर 30 करोड़ कमाना संभव नहीं है। ऐसा तभी संभव हो सकता है, जब नाविक श्रद्धालुओं को संगम घाट तक पहुंचाने के मनमाने पैसे वसूले और तय नंबर से ज्यादा फेरे लगाए, जबकि पिंटू के परिवार का कहना है कि श्रद्धालुओं ने खुश होकर जो टिप दी, वह भी इसी में शामिल है। पिंटू की कमाई सामने आने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या मुख्यमंत्री योगी को पिंटू के बारे में कुछ नहीं पता था?
क्या उनका सरकारी रेटों, सरकारी कमाई और पिंटू की कमाई के बारे में नहीं पता था, जो उन्होंने विधानसभा में उसका जिक्र कर दिया। क्या मुख्यमंत्री योगी से महाकुंभ प्राधिकरण के अधिकारियों ने पिंटू का सच छिपाया? क्या महाकुंभ की सफलता का श्रेय लेने को अधिकारियों ने सच पर पर्दा डाला? आदि कई सवाल पिंटू की कमाई और विधानसभा में मुख्यमंत्री के मुंह से उसके गुणगान पर उठ रहे हैं, क्योंकि पिंटू को बारे में पता लगाने पर वह हिस्ट्रीशीटर निकला।
इस समाचार की सच्चाई की पड़ताल हो। अगर सच में एक परिवार ने महाकुंभ में अकेले 30 करोड़ कमाए हैं, तो जीएसटी कितना मिला ये भी तो बताएं।
‘पातालखोजी’ पहले पता कर लिया करें फिर महिमामंडन किया करें। पहले ठग से एमओयू कर लिया, अब नामज़द के नाम की सदन में बंद आँखों से तारीफ़ कर दी। अब तो… pic.twitter.com/0wXSm1rhIC
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 6, 2025
सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट करके किया कटाक्ष
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने पोस्ट लिखकर कटाक्ष किया उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने नाविक पिंटू की विधानसभा में तारीफ की और बताया कि महाकुंभ में नाव चलवाकर पिंटू ने 30 करोड़ कमाए, लेकिन पिंटू का कच्चा चिट्ठा सामने आ रहा है। उसके खिलाफ रंगदारी और वसूली के केस दर्ज हैं। वह नैनी के अरैल का कुख्यात अपराधी है। 21 दिन पहले भी वह वसूली मांगने पर नामजद हुआ था।
डबल मर्डर केस में जेल में भी रहा है और 6 महीने पहले ही जमानत पर बाहर आया है। जेल के अंदर से वह गवाह को धमकाता भी था। पिंटू के पिता बच्चा महरा नैनी थाने के गैंगस्टर थे। पिंटू के 2 भाई भी निगरानीशुदा बदमाश हैं। इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, अपने सूचना सलाहकारों को बर्खास्त कीजिए। जिन्होंने आपसे एक कुख्यात अपराधी का सदन में इतना महिमा मंडन करवा डाला?
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अखिलेश यादव की जांच पड़ताल की मांग
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी पिंटू की सच्चाई की पड़ताल करने की बात कही। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि अगर सच में एक परिवार ने महाकुंभ में अकेले 30 करोड़ कमाए हैं तो GST कितना मिला यह भी तो बताएं। ‘पातालखोजी’ पहले पता कर लिया करें, फिर महिमामंडन किया करें। पहले ठग से MOU साइन कर लिया, अब नामज़द के नाम की सदन में बंद आंखों से तारीफ़ कर दी। अब तो आंखें खोलें। इन्हीं सब वजहों से भाजपा सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
पिंटू इन केसों में आरोपी
रिपोर्ट के अनुसार, पिंटू पर 10 से ज्यादा केस दर्ज हैं। हत्या, हत्या के प्रयास, फायरिंग समेत कई केसों में वह आरोपी है। साल 2009 में नैनी के लोकपुर में डबल मर्डर हुआ था। इस केस में उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। उस पर अनिरुद्ध उर्फ बर्रू निषाद और उसके छोटे बेटे छगन निषाद को गोलियां मारने के आरोप लगे थे। साल 2017 में पिंटू पर एक शख्स पर हमला करने का केस दर्ज हुआ। 3 लोग जख्मी हुए, जिनमें से एक घायल की मौत हो गई थी। साल 2022 में पिंटू के खिलाफ परिवार को धमकाकर अपने पक्ष में गवाही कराने के आरोप में दारागंज थाने में एक और केस दर्ज हुआ था।