Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा के जू-2 में रहने वाले एक परिवार के 4 लोगों की मोमोज खाने से तबियत बिगड़ गई। आनन-फानन में परिजनों ने चारों लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। जल्द ही चारों को असपताल से छुट्टी मिल जाएगी। बताया जा रहा है कि सभी सेक्टर अल्फा वन की कॉमर्शियल बेल्ट की एक फूड स्टॉल से मोमोज खरीदे थे। पीड़ित ने इसकी शिकायत खाद्य विभाग से की है।
मोमोज खाते ही उल्टी-दस्त से बिगड़ी तबियत
जानकारी के मुताबिक, विनय कसाना परिवार के साथ सेक्टर जू-2 में रहते हैं। उन्होंने बताया कि 25 मई की शाम के समय अल्फा वन कॉमर्शियल बेल्ट में एक फूड स्टॉल से मोमोज खरीदे थे। उनको खाने के बाद उसकी तबीयत खराब हो गई। कुछ देर बाद मां मुनीता कसाना के अलावा दो अन्य सदस्य पारुल कसाना और दीपिका कसाना की भी तबीयत खराब हो गई। सभी को उल्टी-दस्त की समस्या थी। 26 मई की सुबह सभी को कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां अभी भी उनका इलाज चल रहा है। मोमोज खाने से उनके पेट में संक्रमण हो गया।
मोमोज बेचने वाला हुआ फरार
इस मामले में गुरुवार को पीड़ितों ने इसकी शिकायत कलेक्ट्रेट में खाद्य विभाग से की। जिस पर शाम को खाद्य सुरक्षा अधिकारी इबादुल्लाह ने टीम के साथ मौके पर जाकर जांच की। उन्होंने बताया कि चारों पीड़ित अस्पताल में भर्ती है। उनसे बातचीत की गई है। तबीयत अब बेहतर है। मोमोज विक्रेता की तलाश की जा रही है। बीमार होने की जानकारी होने पर वो अभी स्टॉल लगाने नहीं पहुंचा। उसकी तलाश की जा रही है।
जांच रिपोर्ट आने के बाद होगी कार्रवाई
डॉक्टरों को आशंका है कि मोमोज में हानिकारक केमिकल मिला था। इस पर विभाग के अफसरों का कहना है कि अगर ऐसा होता तो और भी लोगों के बीमार होने का खतरा था। मोमोज विक्रेता का पता लगाकर नमूने लिए जाएंगे। उनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।
मोमोज खाने से 30 से अधिक लोग हुए थे बीमार
ग्रेटर नोएडा में मोमोज खाने का शौकीन काफी है। इस कारण हर मार्केट में मोमोज बेचने वाले मिल जाएंगे। दुकानों के साथ-साथ सड़क किनारे भी स्टॉल लग रही है, लेकिन लोगों का मोमोज खाने का स्वाद स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है। पिछले वर्ष भी ग्रेनो वेस्ट और ग्रेटर नोएडा में मोमोज खाने से 30 से अधिक लोग बीमार हुए थे। विभाग ने जांच भी की थी, लेकिन कुछ नहीं निकला।