गाजियाबाद जिले के मोदीनगर तहसील पर भारतीय किसान यूनियन भानू गुट के नेतृत्व में किसानों ने धरना दिया। इस दौरान किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर तहसील प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों का आरोप था कि तहसील के कर्मचारियों द्वारा किसानों की खसरा-खतौनी में नामों का संसोधन नहीं कर रहें है और ना ही अंशु त्रुटी का संसोधन किया जा रहा है। जिसके कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और तहसील के चक्कर लगाने पड़ रहे है। इस दौरान धरनारत किसानों को अधिकारियों ने काफी समझाने का प्रयास किया, मगर किसान धरने पर बैठे रहे। लगभग पांच घंटों तक किसानों का धरना चला। इसके बाद नायाब तहसीलदार ने किसानों से बात करके आश्वासन दिया है।
किसानों को झेलनी पड़ रही परेशानी
भारतीय किसान यूनियन भानू गुट के नेतृत्व में मोदीनगर तहसील से जुड़े गांवों के किसान उपजिलाधिकारी के कार्यालय के बाहर एकत्र हुए। इस दौरान किसानों ने धरना देते हुए आरोप लगाया कि तहसील में बिना सुविधा शुल्क लिए कोई काम नहीं होता है। किसानों का कहना था कि जानबूझकर किसानों की खसरा-खतौनी में गलत नाम और अंश दर्ज किए गए है। जिसके कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसान इन्हे ठीक कराने के लिए तहसील के चक्कर लगा रहें हैं, मगर ना तो इन्हे ठीक किया जा रहा है और ना ही किसानों की सुनवाई हो रही है।
पांच घंटों तक चला धरना
इस दौरान किसान कार्यालय में धरने पर बैठ गए। किसानों के धरने के दौरान तहसील के अधिकारियों ने किसानों को समझाने का प्रयास किया, मगर किसान नहीं माने। इसके बाद नायाब तहसीलदार ने किसानों की समस्या सुनी और उन्हे जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया। लगभग पांच घंटों तक चले धरने के बाद किसान माने और धरना समाप्त किया। इस दौरान किसानों ने मांग की है कि जिन किसानों की खसरा-खतौनी में नाम गलत है और अंश त्रुटी है उनका संसोधन किया जाए। इस दौरान किसान दुष्यंत, विनीत, आकाश, रिंकू, प्रवीन आदि मौजूद रहे।