Fraud Between India Canada Tensions:, गाजियाबाद: खालिस्तानी निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा में चल रही आपसी तल्खी के बीच एक बहुत बड़ी ठगी का राज बेपर्दा हुआ है। पता चला है कि भारत के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में पड़ते उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद निवासी एक कारोबारी ने कनाडा में नौकरी दिलाने के नाम पर 178 पंजाबियों को चूना लगा डाला। अब इस संबंध में गाजियाबाद के वेव सिटी थाने में पोपिंदर सिंह और प्रीति के खिलाफ केस दर्ज करके पुलिस ने आगे की छानबीन शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत के अनुसार इसी साल जनवरी में जब पंजाब के गुरदासपुर निवासी पलविंदर सिंह पोपिंदर सिंह के साथ पहली मुलाकात हुई तो उसे बिलकुल भी अंदाजा नहीं था कि वह भी उन 178 पंजाबियों मं से एक होगा, जिन्हें पोपिंदर ठग चुका है। पोपिंदर सिंह ने खुद को कनाडा के ओटावा स्थित जेनिथ मैनपावर सर्विसेज के सीनियर ह्यूमैन रिसोर्स के रूप में परिचित कराया और कहा, “मैं कंपनी के लिए भर्तियों का काम देखता हूं’।
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इस बात से उत्साहित हो पलविंदर ने हर महीने 3380 कनेडियन डॉलर (लगभग 2 लाख भारतीय रुपए) के कमीशन के चक्कर में अपने गांव चावा से विदेश जाने की इच्छा रखते 178 युवाओं की एक लिस्ट बनाई, जो अपने वीजा और दूसरी जरूरी कागजी कार्रवाई के लिए 80 हजार से डेढ़ लाख रुपए के बीच देने के लिए तैयार थे।
पलविंदर के मुताबिक पहली चेतावनी तब मिली, जब इंटरनेट सत्यापन से पता चला कि 61 ग्रामीणों के फ्लाइट टिकट्स और नौकरी के प्रस्ताव पत्र रद्द कर दिए गए है। दिल्ली कार्यालय से गारंटी के बावजूद, टिकटों के अन्य बैच रद्द कर दिए गए। गड़बड़ी के शक में युवकों ने दिल्ली में कनाडाई दूतावास से संपर्क किया तो पता चला कि उन्हें दिए गए सभी दस्तावेज नकली थे।
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पोपिंदर और उसकी प्रबंधक प्रीति सहित अपराधियों के पहुंच से बाहर हो जाने और उनके दिल्ली कार्यालय को बंद कर दिए जाने के बाद अधिकारियों को इस मुद्दे की सूचना दी गई। डीसीपी (ग्रामीण) विवेक यादव ने पुष्टि की, ‘पोपिंदर और प्रीति के खिलाफ आईपीसी की धारा 406, 420, 467, 120बी, 468 और 471 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है’।
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