UP Crime News: बेसिक शिक्षा विभाग की मुरादाबाद शाखा में कार्यरत महिला कर्मचारी ने अपने सहकर्मी पर गलत जगह से छूने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह इस वजह से डिप्रेशन में पहुंच गई। आरोप सही पाए जाने के बावजूद विभाग ने आरोपी कर्मचारी को सख्त सजा देने के लिए केवल तबादला कर इतिश्री कर ली। पहले भी उसके विभाग के वरिष्ठ कर्मचारियों ने आवाज उठाने पर उसे चुप करा दिया था।
पीड़िता का यह भी आरोप है कि इस संगीन घटना में विभागीय अधिकारियों ने लीपापोती की है। नियमानुसार इन आरोपों में उसे निलंबित करके बाकायदा पूरे मामले की विभागीय जांच और फिर एक्शन होना चाहिए था। गौरतलब है कि आरोपी कर्मचारी ने पहले तो आरोपों को खारिज किया, बाद में कार्रवाई से बचने के लिए माफी मांग ली। उक्त कर्मचारी का न सिर्फ दूसरे विभाग में तबादला कर दिया है। साथ ही, उसके बीआरएसी केंद्र में भी घुसने पर रोक लगा दी है। गौरतलब है कि जांच में पहले भी आरोपी कर्मचारी अन्य महिला कर्मियों के साथ छेड़छाड़ कर चुका है, लेकिन चेतावनी के बाद उसे छोड़ दिया गया था।
कंधे पर तो कभी कमर पर हाथ मारते
आरोप, बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारी लगे हैं। खंड शिक्षा अधिकारी को की लिखित शिकायत में पीड़ित महिला कर्मचारी ने लिखा था कि कर्मचारी राजेश कुमार वर्मा उसे गलत ढंग से छूते थे, कभी उसके कंधे पर तो कभी कमर पर हाथ मारते थे। विरोध करती तो सॉरी बोलकर कह देते थे, गलती से टच हो गया है। पीड़िता के मुताबिक, कर्मचारी की इस हरकत से वह डिप्रेशन में चली गई थी। उसने आठ महीने पहले ही इस विभाग में जाइंन किया था। विभाग में अकेली होने के कारण कुछ पुरुष कर्मचारी उसे बार बार परेशान करते रहते हैं। इस बारे में मौखिक तौर पर कई शिकायत करने के बावजूद उसपर सुनवाई नहीं हुई। अभी हाल ही में क्लास में अकेली होने पर आरोपी ने आकर उसके कपड़े हटाने की कोशिश की और छेड़खानी करने लगा। परेशान होकर महिला कर्मी ने लिखित शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी से की है।
आरोपी बोला, 50 साल उम्र है, बीवी बच्चे बड़े हैं
मुरादाबाद के लाइनपार क्षेत्र के रहने वाले आरोपी कर्मचारी बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी बीस साल पहले पिता की जगह उसे मृतक आश्रित कोटे में मिली थी। उसने पहले तो महिला कर्मचारी द्वारा लगाए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मेरी उम्र 50 साल है, कोरोना काल में पत्नी की मौत हो चुकी है और मेरे बच्चे बड़े-बडे़ हैं। इससे पहले भी राजेश वर्मा महिला कर्मचारियों द्वारा अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को खारिज कर चुका है। बाद में राजेश ने इस मामले में कार्रवाई से बचने के लिए पीड़िता से अपनी हरकत के लिए लिखित माफी भी मांगी हैं।
पहले भी महिला कर्मचारियों से कर चुका है छेड़खानी
मामले की लिखित शिकायत आने के बाद खंड शिक्षा अधिकारी मनोज बोस ने आरोपी कर्मचारी ट्रांसफर दूसरे स्कूल में कर दिया है। एबीएसए ने अपने आदेश में कहा है कि महिला कर्मचारी की लिखित शिकायत पर जब जांच की गई तो आरोप सही निकले। आरोपी कर्मचारी के बीआरएसी केंद्र में घुसने पर रोक लगा दी है। एबीएसए ने कहा यदि आरोपी कर्मचारी बीआरसी केंद्र पर जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में मनोज बोस से संपर्क नहीं हो पाया। वहीं दूसरी अधिकारी वंदना सैनी ने बताया कि उन्हें ऐसी किसी शिकायत के बारे में जानकारी नहीं है।