Uttar Pradesh Greater Noida News (जुनेद अख्तर) : ग्रेटर नोएडा में हरियाणा सीमा से सटे करीब 32 गांवों की किस्मत बदलने वाली है। जल्द ही इन सभी गांव वालों को जमीन पर मालिकाना हक मिल जाएगा। दरअसल, इन गांव के ग्रामीणों का हरियाणा के किसानों के साथ जमीन पर हक को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। भारत सरकार के आदेश पर प्रशासन ने 32 गांवों में सर्वे शुरू किया गया है, ताकि दोनों राज्यों के किसानों के बीच विवाद खत्म हो सके। सर्वे विभाग ने पहले चरण में 5 गांवों में सर्वे का काम शुरू किया हैं। इन गांवों में 20 हजार की आबादी रहती है। जिला प्रशासन ने फलैदा समेत 5 गांवों के किसानों को जमीन के सर्वे की पर्चियां बांटने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
किसानों के पास 21 दिन
मंगलवार को 60 से अधिक किसानों को पर्चियां बांटी गई। किसानों से पर्चियों पर आपत्तियां मांगी गई है। निस्तारण के बाद गांव की शुद्ध खतौनी तैयार होगी। जिससे के बाद इन गांव के किसान अपनी जमीन को बेच सकेंगे। बैंक से लोन लेने के साथ सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे। बुधवार को भी 70 से अधिक किसानों को पर्चियां बांटी गई है। एडीएम न्यायिक भैरपाल सिंह ने बताया कि फलैदा खादर, अमरपुर पलाका, सिकंदरपुर, सिरौली खादर और चकशेखपुर गांव में पर्चियां बांटी जा रही है। इन पर्चियों पर किसानों से आपत्ति मांगी गई है। किसान 21 दिन के अंदर आपत्ति दर्ज करा सकते है।
राजस्व रिकॉर्ड के आधार पर पर्ची तैयार
एडीएम न्यायिक भैरपाल सिंह ने बताया कि सर्वे विभाग ने पहले चरण में 5 गांवों में सर्वे का काम शुरू किया हैं। इनमें फ्लैदा खादर, अमरपुर पलाका, सिकंदरपुर, सिरौली खादर और चकशेखपुर गांव शामिल हैं। गांव का झिल्ली नक्शा के साथ सर्वेक्षण नक्शा, फर्द मुताबिकान व खसरा मुताबिकान के कागजात तैयार हो चुके हैं। जमीन पर कब्जे और राजस्व रिकॉर्ड के आधार पर पर्ची तैयार की गई। पर्ची छपकर आ चुकी थी, लेकिन वितरण नहीं हो रहा था। अब मंगलवार से प्रशासन ने पर्चियों का वितरण शुरू कर दिया है। फ्लैदा गांव के जूनियर हाईस्कूल में शिविर लगाकर पर्चियों का वितरण शुरू किया गया। एडीएम के मुताबिक, बुधवार को कैंप लगाकर पर्चियों का वितरण किया गया है।
डीएम ने सौंपी पर्ची
डीएम मनीष कुमार वर्मा ने पहले दिन किसान बिजेन्द्र सिंह, देवी, महेन्द्र, रवि आदि को सर्वे पर्ची दी। पहले दिन 60 किसानों को पर्चियां दी गई, जबकि बाकी करीब तीन हजार किसानों को भी जल्द पर्चियां बांट दी जाएंगी। उसमें जमीन के मालिक का नाम, पुराना खसरा नंबर और नया खसरा नंबर समेत अन्य जानकारी है। जिला प्रशासन के मुताबिक, पहले चरण में पांच गांवों के करीब 20 हजार किसानों को पर्चियां देने की योजना है।