Uttar Pradesh Greater Noida News (जुनेद अख्तर) : यमुना अथॉरिटी क्षेत्र के सेक्टर-29 में 175 एकड़ में विकसित किए जा रहे अपेरल पार्क का काम जोर पकड़ रहा है। पार्क में फैक्ट्री निर्माण के लिए 37 आवंटियों ने नक्शा पास करा लिया है और सात फैक्ट्रियों का निर्माण कार्य चल रहा है। 2025 के अंत तक रेडीमेड गारमेंट से जुड़ी करीब 30 फैक्ट्रियां शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। अगर सबकुछ सही समय पर पूरा हो गया तो 3 लाख लोगों को रोजगार मिलने लगेगा। यमुना अथॉरिटी का दावा है कि नोएडा एयरपोर्ट शुरू होने के बाद शहर में औद्योगिक गतिविधियां ओर बढ़ेंगी, ऐसे में प्राधिकरण ने अपेरल पार्क को लेकर आवंटियों के साथ बैठक कर निर्माण कार्य में तेजी लाने के आदेश दिए हैं।
एयरपोर्ट शुरू होने से बढ़ेंगी औद्योगिक गतिविधियां
नोएडा पहले से ही अपैरल उद्योग का प्रमुख केंद्र है। यहां करीब 4000 फैक्ट्रियां रेडीमेड कपड़े बना रही हैं। ऐसे में अपेरल पार्क शुरू होने से उत्तर भारत में अपेरल उद्योग को और बढ़ावा मिलेगा। पार्क में सड़कों के दोनों ओर फलों के पेड़ लगाए जाएंगे, जिससे पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा। इस पार्क में 80 भूखंड हैं। इनमें से 67 को चेक लिस्ट जारी कर दी गई है, जबकि 60 भूखंडों की लीज डीड हो चुकी है। 37 आवंटियों ने फैक्ट्री निर्माण के लिए नक्शा भी पास करा लिया है। परियोजना करीब 3000 करोड़ रुपए के निवेश से पूरी होगी, जिसमें हर साल दस हजार करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा अर्जित होने की उम्मीद है। साथ ही परियोजना से शहर में तीन लाख से अधिक रोजगार सृजित होंगे। नोएडा एयरपोर्ट शुरू होने के बाद शहर में औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी, ऐसे में प्राधिकरण ने अपैरल पार्क को लेकर आवंटियों के साथ बैठक कर निर्माण कार्य में तेजी लाने के आदेश दिए हैं।
औद्योगिक सेक्टर किए जा रहे विकसित
यमुना अथॉरिटी सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि यमुना सिटी में पांच औद्योगिक सेक्टर हैं। सेक्टर 29, 30, 32, 32 और 33 को औद्योगिक सेक्टर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इनमें अब तक 3041 प्लॉट आवंटित किए जा चुके हैं, जिनमें से 1373 को लीज डीड जारी की जा चुकी हैं। शेष 1668 आवंटियों को लीज डीड जारी कर दी गई हैं और आवंटियों को निर्माण शुरू करने के लिए नोटिस जारी किए जा चुके हैं। शहर में 12 कंपनियां संचालित हैं, जबकि अथॉरिटी ने विभिन्न सेक्टरों में 1373 कंपनियों को निर्माण की मंजूरी दी है। क्षेत्र के औद्योगिक सेक्टरों में निर्माण गतिविधि लगातार बढ़ रही है। हाल ही में सेक्टर-28 में पेट्रोल पंप का शिलान्यास किया गया। अक्टूबर में सेक्टर-29 में जर्मन फुटवियर कंपनी और सेक्टर-31 में टेक्सटाइल कंपनी का निर्माण शुरू हुआ।
ट्रांसफर पॉलिसी में भी किया बदलाव
सीईओ ने बताया कि सेक्टर-24ए में वीवो की कंपनी भी बनकर तैयार है। इसके साथ ही अथॉरिटी ने ट्रांसफर पॉलिसी में भी बदलाव किया है। आवंटन के बाद कोई भी उद्यमी तब तक प्लॉट ट्रांसफर नहीं कर सकेगा, जब तक वह वहां निर्माण शुरू न कर दे। उद्यमी पहले निवेशक के तौर पर प्लॉट के लिए आवेदन करते थे और आवंटन के बाद दूसरे उद्यमियों को ऊंचे दामों पर प्लॉट दे देते थे। औद्योगिक सेक्टरों में कंपनियों के निर्माण के लिए 50 फीसदी आवंटियों को लीजडीड जारी कर दी गई है, बाकी को लीजडीड के बाद नक्शा स्वीकृत कराकर निर्माण के लिए नोटिस जारी कर दिए गए हैं। इस साल अपेरल पार्क और मेडिकल डिवाइस की कंपनियां भी शुरू करने की कोशिश है।
औद्योगिक पार्कों के लिए भूमि अधिग्रहण का रास्ता साफ
यमुना अथॉरिटी सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि सेक्टर-10 में विकसित होने वाले पांच औद्योगिक पार्कों के लिए भूमि अधिग्रहण का रास्ता साफ हो गया है। किसानों से मुआवजे को लेकर सहमति बन गई है, जिसके बाद अब पांचों औद्योगिक पार्कों का निर्माण कराया जा सकेगा। यीडा ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही यीडा के अधिकारी एक मीटिंग करने वाले हैं, जिसमें औद्योगिक कार्यों को लेकर चर्चा की जाएगी।