Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कुत्तों के काटने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, गाजियाबाद में प्रति घंटे 7 से 8 लोगों को कुत्तों द्वारा काटने जैसे हादसे हो रहे है। गाजियाबाद में अब तक दो लोगों की रेबीज इंफेक्शन के कारण मौत भी हो चुकी है। लगातार इन घटनाओ से लोगों में डर और गुस्सा है, खासतौर घरों के लोग बच्चे और बुजुर्गों को लेकर काफी डरे हुए हैं।
शहर में कुत्तों का आतंक
शहर में कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते शनिवार को लगभग 25 लोगों को कुत्ते ने काटा. शहर में कुत्तों का आतंक तेजी से बढ़ता जा रहा है। गाजियाबाद में लगभग 7 से 8 लोगों को प्रति घंटे कुत्ते काट रहे है।सरकारी अस्पताल में एक दिन में लगभग 200 से 250 लोगों को एंटी रेबीज वैक्सीन की डोज लगाई जा रही है. इसी औसत में (ARV) की दूसरी डोज भी लगाई जा रही है। सरकारी जिला अस्पताल की बात करें तो यह आंकड़ा सोमवार को और अधिक हो जाता है। मरीजों की भीड़ और ज्यादा देखने को मिलती हैं क्योकि रविवार की छुट्टी के बाद सोमवार को सरकारी अस्पताल खुलता है, तो कुत्ते के काटे जाने की घटनाएं और अधिक हो जाती है।
लोगों की हो रही संदिग्ध हालत में मौत
एक हफ्ते पहले 14 वर्ष के किशोर की रेबीज संक्रमण के कारण मौत हो गई थी. वहीं, इसी तरह रेबीज संक्रमण के कारण विजयनगर के पास चिपियाना बुजुर्ग में रहने वाले 35 वर्षीय रविंदर की भी संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी. उन्हें पहले एमएमजी जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ने पर इन्हें दिल्ली के लिए रेफर किया गया था। लेकिन, उन्हें दिल्ली में कही इलाज न मिलने की वजह से 28 अगस्त को रविंद्र की मौत हो गई थी।
डॉक्टर आरके गुप्ता ने बताया कि इस तरह का कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है. चिपियाना का कुछ हिस्सा गाजियाबाद में है और कुछ चिपियाना बुजुर्ग गौतमबुद्ध नगर में भी है. इस मामले में एमएमजी अस्पताल से रिपोर्ट मांगी गई है। गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल के सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर आरके गुप्ता ने बताया कि रेबीज के संदिग्ध मरीजों के इलाज की रिपोर्ट मांगी है।