Dehradun Cloud Burst: देहरादून में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. यह घटना रात को हुई है. प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सहस्त्रधारा के कारलीगाढ़ में यह आपदा आई है, जिसके बाद आज 12वीं तक सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है. टपकेश्वर मंदिर परिसर में भी 2 फीट मलबा भर गया है. इलाके की कई दुकानों, मकानों और होटलों को भारी नुकसान हुआ है. देहरादुन-हरिद्वार हाइवे पर पुल बह गया है. सीएम धामी ने भी ट्वीट कर जानकारी दी है.
सुबह 5 बजे आया जल सैलाब
बादल फटने की घटना रात करीब 11:30 बजे हुई थी, जिसके बाद सुबह 5 बजे तमसा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. इससे पूरे इलाके में पानी भर गया है. बता दे कि इस तबाही में कई दुकानों, होटलों और घरों को नुकसान हुआ. जलसैलाब अचानक आया था, जिसमें अब तक 2 लोगों के लापता होने की खबर सामने आई है.
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टपकेश्वर मंदिर को भारी नुकसान
देहरादून में भारी बारिश के कारण तमसा नदी उफान पर है. जलस्तर काफी हद तक बढ़ चुका है जिससे टपकेश्वर महादेव शिवलिंग मंदिर के परिसर में 2-2 फीट मलबा भर गया है और मंदिर परिसर को भी काफी नुकसान हुआ है. चश्मदीदों ने बताया कि ये प्राकृतिक आपदा है, पानी का बहाव बहुत ज्यादा है और नदी तेजी से बह रही है. उसमे लकड़िया भी बहकर आ रही है, जिससे मंदिर को बहुत क्षति हुई है. हालांकि, कितना नुकसान हुआ है इसका आंकलन फिलहाल मुश्किल है लेकिन लोगों को जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है.
बाजारों-होटलों में घुसा मलबा
देर रात हुई तबाही के चलते सहस्त्रधारा नदी में बाढ़ आ गई है, जिससे मुख्य बाजार में भी भारी मात्रा में मलबा और कीचड़ भर गया है. आस-पास के होटलों में भी पानी और मलबे का जमाव हो गया है. वहीं, देहरादुन-हरिद्वार पुल भी बह गया है.
12वीं तक स्कूल बंद, आज भी बारिश का अलर्ट
बादल फटने के बाद रेस्क्यू टीम भी एक्टिव मोड में काम कर रही है. राहत-बचाव कार्य में NDRF और SDRF की टीमें लगी हुई है. हालांकि, मौसम विभाग ने आज भी राज्य के कई जिलों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी हुई है. इससे राहत कार्यों में थोड़ी मुश्किलें भी पैदा हो सकती है. प्रशासन ने 12वीं तक के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है.
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