Pushkar Singh Dhami: उत्तराखंड में बुधवार को रुद्रप्रयाग में हुई भारी बारिश के बाद केदारनाथ धाम में भीमबली में बादल फटने से लगभग 30 मीटर पैदल मार्ग पूरी तरह नष्ट हो गया। एसडीआरएफ एनडीआरएफ और जिला पुलिस प्रशासन के प्रयास से सभी तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। आपको बता दें कि केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भीमबली, रामबाड़ा, लिंचोली में फंसे करीब 425 यात्रियों को एयरलिफ्ट कर लिया गया है। इसके साथ ही पैदल यात्रा मार्ग में सोनप्रयाग और भीमबली के बीच फंसे लगभग 1000 यात्रियों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। अलग-अलग जगह पर ऑपरेशन चलाकर सभी तीर्थयात्रियों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है।
घटनास्थल पर डटे रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
आपको बता दें कि उत्तराखंड में भारी बारिश होने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है और बादल फटने की वजह से अभी तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। घटना की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी घटनास्थल पर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूरे दिन आपदा प्रभावित इलाकों में बताए ।
केदारघाटी में बुधवार रात्रि को हुई अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर स्थानीय लोगों एवं विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालुओं से भेंट कर उनका कुशलक्षेम जाना। इस दौरान जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग को क्षतिग्रस्त सड़कों और पैदल मार्गों के सुधारीकरण का कार्य तेजी से किए… pic.twitter.com/f8lj0MmYDS
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Pushkar Singh Dhami ने अधिकारियो को दिया यह निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जब आपदा प्रभावित जिलों में डटे रहे तो उन्हें देखकर पूरी टीम राहत बचाव कार्य में ताकत के साथ जुट गई। रुद्रप्रयाग जिले में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने देर रात से ही रेस्क्यू अभियान की कमान संभाल ली। एनडीआरएफ एसडीआरएफ और जिला प्रशासन के सहयोग से सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
लैंड स्लाइड को देखते हुए फिलहाल केदारनाथ यात्रा रोक दी गई है और पैदल यात्रियों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि राहत बचाव कार्य में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए वरना कारवाई की जाएगी।