Ghaziabad News: गाजियाबाद सहित एनसीआर के लोगों को सड़क मार्ग से प्रयागराज जाने के सफर को ओर आसान बनाने का सपना इस साल के अंत तक पूरा होने की संभावना है। NHAI का दावा है कि इस साल के अंत तक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने का काम पूरा हो जाएगा। गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक बनाया गया है। इसके बाद एनसीआर के लोगों को सड़क मार्ग से प्रयागराज जाने में काफी आसानी होगी। फिलहाल इसे जोड़ने का काम 65 प्रतिशत तक पहुंच चुका है।
गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा डीएमई
दिल्ली से मेरठ और हरिद्वार जाने वाले यात्रियों के लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को बनाया गया है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण पांच खंडों में किया जाना था। जिसमें से दिल्ली से मेरठ तक के 4 खंड पूरे हो चुके हैं, मगर पांचवें फेस का काम अभी पूरा नहीं हो सका है। पांचवें फेस में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को 14 किलोमीटर लंबे खंड के जरिए गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जा रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक बनाया गया है। ऐसे में DME के गंगा एक्सप्रेसवे से जुडने पर गाजियाबाद सहित एनसीआर के लोगों को प्रयागराज जाने में काफी आसानी हो जाएगी। इस 14 किलोमीटर खंड का लगभग 65 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। NHAI के अधिकारियों का दावा है कि इस साल के अंत तक बाकी बचा हुआ काम भी पूरा हो जाएगा।
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गाजियाबाद के तीन तो मेरठ के 7 गांवों से गुजर रहा यह खंड
NHAI द्वारा दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर इस खंड का काम वर्ष 2022 में अप्रैल में शुरू किया गया था। इस खंड को पूरा करने के लिए मार्च 2024 का लक्ष्य तय किया गया था, मगर इसका कार्य काफी समय से लगभग 1 किलोमीटर का दायरे का काम किसानों से मुआवजे के विवाद के चलते रुका हुआ था। बताया गया की अब विवाद समाप्त हो गया है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे में 5वें खंड में गाजियाबाद के तीन गांव जैनुद्दीनपुर, तलहैटा, चूड़ीयाला शामिल है, जबकि बाकी बचे गांव मेरठ के हैं। जिनमें शाकरपुर, नरहैड़ा, ढिकौली, सलेमपुर, चंदसारा, खानपुर और नगलापातू शामिल हैं।