Uttar Pradesh Ghaziabad News (जुनेद अख्तर) : गाजियाबाद से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। CBI (Central Bureau of Investigation) ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीनियर पासपोर्ट सुपरिटेंडेंट दीपक चंद्रा पर शिकंजा कसा है। बताया जा रहा है कि CBI ने दीपक चंद्रा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया है। पासपोर्ट कार्यालय में तैनाती के दौरान उन पर भ्रष्टाचार के आरोप है। CBI ने मंगलवार को दीपक चंद्रा के गाजियाबाद स्थित घर में छानबीन की है।
आय में 146.43 फीसद की वृद्धि
CBI के मुताबिक, सीनियर पासपोर्ट सुपरिटेंडेंट दीपक चंद्रा गाजियाबाद में 6 साल तैनात रहे। 2018 से 2024 के बीच रीजनल पासपोर्ट कार्यालय में तैनाती के समय आय से अधिक अर्जित की। यहां तैनाती के समय ही उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे थे। बताया जा रहा है कुछ समय पहले उनकी गोपनीय शिकायत की गई, जिसके बाद यह मामला CBI तक पहुंचा। उनकी आय में 146.43 फीसद की वृद्धि पाई गई। जांच के बाद अब CBI ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है।
CBI ने फ्लैट किया सर्च
सीबीआई ने मंगलवार को दीपक के राजनगर एक्सटेंशन स्थित फ्लैट पर CBI ने सर्च किया है। उनके आवास पर भी गोपनीय ढंग से सर्च किया गया। इस मामले में अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस दौरान CBI की टीम करीब दो घंटे तक उनके घर में छानबीन करते रहे। CBI ने कुछ दस्तावेजों को जांच के लिए कब्जे में लिया है। बताया जा रहा है कि दीपक चंद्रा ने 30 जुलाई 2018 को अपने फ्लैट की बुकिंग राशि का भुगतान किया और नवंबर 2024 तक बैंक खातों में पैसा जमा किया।
आय से अधिक संपत्ति अर्जित की
सीनियर पासपोर्ट सुपरिटेंडेंट दीपक चंद्रा जब गाजियाबाद में पासपोर्ट अधीक्षक के पद पर तैनात थे। तब 1 करोड़ 43 लाख 16 हजार 115 रुपये उन्होने आय अर्जित की। जो उनकी वैध आय के श्रोतों से 85 लाख 06 हजार 900 रुपये अधिक है। जिसके बाद उनकी गोपनीय शिकायत की गई। फिलहाल CBI अधिकारी इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं।
4200 रुपये सैलरी से की थी शुरुआत
दीपक चंद्र मूल रूप से बिहार राज्य के पटना जिले के रहने वाले हैं। 2015 में उन्होंने पासपोर्ट विभाग में सहायक अधीक्षक के पद पर जॉइन किया था, तब उनकी सैलरी 4200 रुपये ग्रेड वेतन थी। जिसके बाद उनका प्रमोशन होता रहा और सैलरी बढ़ती चली गई।