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UP News: जिस IAS अधिकारी से जूते साफ कराना चाहते थे आजम खान, उसी की शिकायत से गई विधायकी!

UP News: उत्तर प्रदेश सरकार के कभी कद्दावर नेता रहे आजम खान (Azam Khan) आज चारों ओर से घिर चुके हैं। हेट स्पीच (Hate Speech) मामले में रामपुर कोर्ट (Rampur Court) ने उन्हें तीन साल की सजा सुनाई। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो उत्तर प्रदेश विधानसभा में उन्हें अयोग्य घोषित किया गया है। इस पूरे […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Oct 31, 2022 19:37
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UP News: उत्तर प्रदेश सरकार के कभी कद्दावर नेता रहे आजम खान (Azam Khan) आज चारों ओर से घिर चुके हैं। हेट स्पीच (Hate Speech) मामले में रामपुर कोर्ट (Rampur Court) ने उन्हें तीन साल की सजा सुनाई। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो उत्तर प्रदेश विधानसभा में उन्हें अयोग्य घोषित किया गया है। इस पूरे मामले में हम एक नाम को कतई दरकिनार नहीं कर सकते हैं, यह नाम है आईएएस आंजनेय कुमार सिंह (IAS Aunjaneya Kumar Singh) का।

2019 लोकसभा चुनाव प्रचार में आक्रामक थे आजम

वर्ष 2019 में लोकसभा चुनावों का दौर चल रहा था। आजम खान काफी आक्रमता के साथ चुनाव प्रचार में जुटे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मानें तो भाषणों में कई बार आजम अपना आपा खो बैठते थे। रामपुर के मिलक थाना क्षेत्र में एक जनसभा के दौरान भी आजम अपने शब्दों को काबू नहीं रख पाए। उन्होंने यहां तक कह डाला कि इस डीएम से मैं अपने जूते साफ कराऊंगा। बता दें आईएएस आंजनेय कुमार सिंह उस वक्त रामपुर के जिलाधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी थे।

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कई बार अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया

उन्होंने आजम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। अब आजम खान को इसी मामले में रामपुर कोर्ट ने तीन साल कैद की सजा सुनाई है। बता दें कि सिर्फ यही एक मुकदमा नहीं, बल्कि आजम के खिलाफ अमर्यादित भाषा को लेकर कई मुकदमे दर्ज कराए गए। आजम को सजा सुनाए जाने के बाद कई मीडिया हाउसेज ने आईएएस आंजनेय कुमार सिंह का इंटरव्यू लिया। आंजनेय कुमार सिंह वर्तमान में मुरादाबाद के संभागीय आयुक्त हैं।

मैंने अपने कर्तव्यों का पालन कियाः आंजनेय कुमार सिंह

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि मैंने न तो किसी व्यक्ति को और न ही किसी राजनीतिक इकाई को निशाना बनाया। हम एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में काम करते हैं। जनता के प्रतिनिधियों को उचित सम्मान देना हमारा कर्तव्य है। मैंने अपने कर्तव्यों का पालन किया है और कभी कुछ ऐसा नहीं किया जो इसका हिस्सा न हो।

यह निर्णय स्वतंत्र रूप से न्यायालय का है

उन्होंने कहा कि इस मामले को राजनीतिक घटनाक्रम के रूप में पेश किया जा रहा है। आगे बताया कि आप इसे राजनीतिक कृत्य से अलग भी नहीं कर सकते, क्योंकि मामला चुनाव के समय से संबंधित है, लेकिन निर्णय स्वतंत्र रूप से न्यायालय द्वारा लिया गया था। यह मेरा निर्णय नहीं है। सभी मामले साक्ष्य आधारित थे।

मुझे राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है

एजेंसी ने जब आंजनेय सिंह से पूछा कि वे राजनीति में शामिल होंगे या नहीं तो उन्होंने बताया कि मुझे खुशी है, मैं अपने राज्य के लोगों की सेवा करने में सक्षम हूं। मुझे राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है और मैं अपने पेशे से संतुष्ट हूं। कोई नहीं जानता कि भविष्य क्या है, लेकिन मुझे अपने पेशे पर गर्व है। मेरे लिए यह एक नौकरी नहीं बल्कि सेवा है।

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Edited By

Naresh Chaudhary

First published on: Oct 31, 2022 07:37 PM
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