Ayodhya Ram Mandir: धर्म नगरी अयोध्या में भगवान् राम लला का मंदिर निर्माण अब लगभग पुणता की तरफ बढ़ने लगा है। राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया की राम मंदिर निर्माण का कार्य अब पूरा होने की तरफ है करीब 10 -20 प्रतिशत ही बाकी है जिसका काम चल रहा है। वो भी इसी साल अक्टूबर माह तक पूरा हो जाएगा उसके बाद मशीनों को नीचे लाया जायेगा और फिर साफ सफाई का काम शुरू होगा।
परिसर में बने सभी मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि राम मंदिर परिसर में जितने भी मंदिर बने है उन सभी की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। अब निर्माण कार्य के आलावा मंदिर पसीसर की बाहरी दीवारों का काम होगा जो सुरक्षा के लिहाज से बेहद जरूरी है और उसके निर्माण में लगभग एक वर्ष और लगेगा यानी वो कामकाज 2026 में पूर्ण होगा।
सभागार ,विश्रामालय ,ट्रस्ट का दफ्तर भी बनेगा
चम्पत राय ने ये भी बताया की राम मंदिर परिसर में अभी एक सभागार का निर्माण भी होगा,यही नहीं जो लोग विश्राम करना चाहते हैं उनके लिए एक विश्रामालय भी बनाया जाएगा इसके अलावा राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का एक ऑफिस भी मंदिर परिसर के अंदर ही बनेगा ,चम्पत रे ने जानकारी देते हुए कहा की परिसर में भी भगवान का प्रसाद बनाने के लिए एक सीता रसोई बनायीं जाएगी यानी भगवान का प्रसाद भी मंदिर परिसर के भीतर ही बनेगा और यही पर अन्नपूर्णा माता का मंदिर भी बनाया जायेगा।
90 प्रतिशत पूरा हो चुका है निर्माण कार्य
इससे पहले ट्रस्ट ने बैठक में बताया कि राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है, और वर्तमान में 90% कार्य पूरा हो चुका है। चंपत राय बताया कि मंदिर का मुख्य ढांचा लगभग तैयार है और शेष कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने की योजना है। भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि राम दरबार के दर्शन जल्द ही भक्तों के लिए शुरू हो सकते हैं, और इसकी व्यवस्था पर विचार चल रहा है। इसके अलावा मंदिर परिसर में एडिटोरियल भवन, विश्रामगृह, और ट्रस्ट ऑफिस का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिसे पूर्ण होने में लगभग एक वर्ष का समय लगेगा। सात मंदिरों और संत तुलसीदास मंदिर का निर्माण भी तेजी से चल रहा है।