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अयोध्या की धन्नीपुर मस्जिद की बदली पहचान, बैठक के बाद मिला नया नाम

राम जन्मभूमि मामले में सुनाए गए फैसले के बाद अयोध्या स्थित रौनाही थाना क्षेत्र के धन्नीपुर गांव बनने वाली धन्नीपुर मस्जिद का डिजाइन व नाम अब बदल दिया गया है। इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष जुफर फारूकी की मुंबई में उलमा के साथ हुई बैठक के बाद ये फैसला लिया गया।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Oct 13, 2023 16:24
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Ayodhya Dhannipur Masjid Name Changed: (अशोक तिवारी) राम जन्मभूमि मामले में सुनाए गए फैसले के चलते मुस्लिम पक्ष को अयोध्या स्थित रौनाही थाना क्षेत्र के धन्नीपुर गांव में 5 एकड़ जमीन प्रस्तावित की गई थी। जिसे लेकर लगातार तेज हुईं चर्चाओं के बीच मस्जिद का डिजाइन व नाम अब बदल दिया गया है। आपको बता दें कि पहले इस मस्जिद का नाम धन्नीपुर मस्जिद रखा गया था लेकिन अरब देशों की तर्ज पर अयोध्या के धन्नीपुर गांव में बनने वाली मस्जिद का नाम अब ‘मोहम्मद बिन अब्दुल्लाह सल मस्जिद’ रखा जाएगा।

इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट की बैठक में लिया गया फैसला

दरअसल इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष जुफर फारूकी ने मुंबई में उलमा के साथ बैठक की थी और इसके बाद ही ट्रस्ट के अध्यक्ष जुफर फारूकी की ओर से ये बड़ा फैसला लिया गया है। जानकारी के मुताबिक, अयोध्या के रौनाही थाना क्षेत्र स्थित धन्नीपुर गांव में मस्जिद को बनाने के लिए 5 एकड़ जमीन प्रस्तावित की है, जिसमें 300 बेड का एक अस्पताल भी बनाने की सहमति दी गई है। धन्नीपुर गांव में मिली 5 एकड़ जमीन पर मस्जिद व अस्पताल के साथ अन्य सुविधाओं के निर्माण के लिए गठित इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष जफर फारूकी ने बताया कि ट्रस्ट ने डिजाइन में बदलाव किए हैं, जिसके तहत अरब देशों में बनने वाली मस्जिद की तर्ज पर अब अयोध्या के धन्नीपुर गांव की मस्जिद बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मस्जिद का निर्माण उसी तर्ज पर किया जाएगा, इसके लिए पुणे के वास्तुकारों की ओर से तैयार नई डिजाइन को गुरुवार को मुंबई में आयोजित एक बैठक में अंतिम रूप दिया गया।

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5 हजार से ज्यादा लोग एक साथ अदा कर सकेंगे नमाज

इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष जफर फारूकी ने बताया कि धन्नीपुर गांव में बनने वाली मोहम्मद बिन अब्दुल्लाह मस्जिद में 5000 से ज्यादा लोग एक साथ नमाज अदा कर सकेंगे। इसके साथ ही ये मस्जिद पिछली मस्जिद के डिजाइन के मुकाबले आकार में बड़ी होगी और इसमें अधिक जगह होगी। ट्रस्ट के अध्यक्ष जुफर फारूकी की उलमा के साथ हुई बैठक में शिया, सुन्नी, बरेलवी, और देवबंदी सहित 1000 मौलवियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि 300 बेड वाला एक धर्मार्थ कैंसर अस्पताल भी बनेगा, जिसे लेकर अंतर्राष्ट्रीय फार्मा कंपनी वॉकहार्ट ग्रुप के अध्यक्ष डॉक्टर हबील खुराकिवाला ने इसे स्थापित और संचालित करने पर सहमति व्यक्त की है।

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News24 हिंदी

First published on: Oct 13, 2023 04:24 PM
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