उत्तर प्रदेश आगरा के थाना जगदीशुपरा क्षेत्र के बोदला रोड निवासी बांस बल्ली व्यापारी जितेंद्र बघेल की हत्या की साजिश रचने वाली उसकी बीवी ही निकली। पुलिस ने बताया कि उसने जो कहानी सुनाई थी, वो सब कुछ झूठ था। इस हत्या की साजिश में उसका प्रेमी भी शामिल था। वह अपने प्रेमी को बचा रही थी। व्यापारी की हत्या पत्नी के प्रेमी ने की थी। इस वारदात में आशिक का एक दोस्त भी शामिल था।
पुलिस ने छानबीन की और खुलासा किया
11 मार्च की शाम से लापता जितेंद्र की उसी रात ही हत्या हो गई थी। मृतक की मां ने हत्या का मुकदमा बहू नीतू बघेल और उसके मायके वालों के नाम दर्ज करवाया था। रविवार को पुलिस ने नीतू को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया था। पुलिस ने नीतू की कॉल डिटेल निकलवाई थी। कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने विष्णु बघेल को चिन्हित किया। वह पिछले करीब 3 साल से नीतू के संपर्क में था। पुलिस को छानबीन में पता चला कि विष्णु एंबुलेंस चालक है। 3 साल पहले नीतू के बेटे की आंख में चोट लगी थी।
इसी दौरान विष्णु की एंबुलेंस से इलाज के लिए नीतू लेकर गई थी। फिर दोनों की मुलाकात दोस्ती में बदल गई। नीतू के मुताबिक,उसका पति आए दिन मारपीट और खराब व्यवहार किया करता था। वह परेशान हो चुकी थी। उससे पीछा छुड़वाना चाहती थी।
कब हुई थी हत्या
विष्णु बघेल का जितेंद्र के घर आना-जाना था। वह उसकी दुकान पर भी आया करता था। नीतू भी बांस-बल्ली की दुकान पर बैठा करती थी। जितेंद्र ने विष्णु से होली की पार्टी मांगी थी। साजिश के तहत 11 मार्च की शाम विष्णु कार से आया था। एक दोस्त भी उसके साथ था। वे जितेंद्र को अपने साथ ले गए। बिचपुरी मार्ग पर पहले तीनों ने शराब पी। उसके बाद कार में पीछे बैठे युवक ने अंगोछे से जितेंद्र का गला दबाकर हत्या की थी। हत्या के बाद विष्णु और उसका साथी कार से फरह पहुंचे। वहां हाईवे किनारे शव फेंक दिया।
आरोपी हुए गिरफ्तार
जगदीशपुरा पुलिस ने नीतू और उसके साथी विष्णु को पकड़ लिया है। पुलिस विष्णु के साथी की तलाश कर रही है। पुलिस उन रास्तों के सीसीटीवी फुटेज भी निकालेगी जिनसे कार गुजरी थी। पुलिस को सर्विलांस से विष्णु के खिलाफ अहम सुराग मिले थे।
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