Chamoli Transformer Blast: उत्तराखंड के चमोली जिले में मंगलवार रात को बड़ा हादसा हो गया। यहां अलकनंदा नदी के किनारे ट्रांसफार्मर फटने से 15 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। चमोली के एसपी परमेंद्र डोभाल ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उत्तराखंड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक वी मुरुगेसन ने बताया कि एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर और पांच होम गार्ड समेत लगभग 15 लोगों की मौत हो गई है। जांच जारी है। प्रथम दृष्टया पता चला है कि रेलिंग पर करंट था और जांच से आगे की जानकारी सामने आएगी।
"Around 15 people including a police sub-inspector & five home guards have died. Investigation is underway. Prima Facie reveals that there was current on the railing and the investigation will reveal the further details," says Additional Director General of Police, Uttarakhand, V… pic.twitter.com/ucNI2tFzZq
— ANI (@ANI) July 19, 2023
मुख्यमंत्री धामी ने मजिस्ट्रियल जांच के दिए आदेश
चमोली हादसे पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह एक दुखद घटना है। जिला प्रशासन, पुलिस और एसडीआरएफ मौके पर पहुंच गए हैं। घायलों को हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है और हेलीकॉप्टर के जरिए एम्स ऋषिकेश में शिफ्ट किया जा रहा है। मजिस्ट्रियल जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं।
Uttarakhand | 10 people died and several injured after a transformer exploded on the banks of the Alaknanda River in the Chamoli district. Injured have been admitted to the district hospital: SP Chamoli Parmendra Doval
— ANI (@ANI) July 19, 2023
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि पीपलकोटी के चौकी प्रभारी समेत अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है।
कैसे हुआ हादासा?
जानकारी के मुताबिक, अलकनंदा नदी के तट पर एक ट्रांसफार्मर में ब्लास्ट हुआ जिसके बाद तारों के टूटकर गिरने से एक पुल में करंट आ गया। पुल नमामि गंगे परियोजना का हिस्सा है। बताया जा रहा है कि चमोली पुलिस को गांव से फोन आया था कि एक चौकीदार की करंट लगने से मौत हो गई है। जब पुलिस कर्मी ग्रामीणों के साथ पंचनामा (मौका निरीक्षण) के लिए गए, तो कई लोग बिजली की चपेट में आ गए और गंभीर रूप से घायल हो गए।
उधर, हादसे से स्थानीय लोगों में गुस्सा है और वे ऊर्जा निगम विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है।