Shivraj cabinet expansion: गुजरात विधानसभा चुनाव (gujarat election) में पहले चरण का मतदान पूरा होने के बाद मध्य प्रदेश की सियासत में हलचल तेज हो गई है, क्योंकि अब प्रदेश में एक बार फिर मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि गुजरात में चुनाव के बाद शिवराज कैबिनेट का विस्तार हो सकता है, ऐसे में मंत्री पद के दावेदारों ने एक बार फिर जोर आजमाइश शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि चुनावी साल में इस बार कुछ विधायकों की लॉटरी लग सकती है।
दिसंबर में हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार
मध्य प्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में शिवराज सरकार कैबिनेट विस्तार करके सभी चुनावी साल के समीकरणों को साधना चाहती है। बताया जा रहा है कि दिसंबर के महीने में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा, जिसमें कुछ नए चेहरों को क्षेत्रीय और जातिगत समीकरणों के आधार पर सेट किया जाएगा, इसके अलावा सियासी गलियारों में चर्चा तो इस बात की भी तेज है कि कुछ मंत्रियों की मंत्रिमंडल से छुट्टी भी हो सकती है, जबकि कुछ नए चेहरों को उनकी जगह लाया जाएगा।
शिवराज सरकार में चार मंत्री पद खाली
फिलहाल शिवराज सरकार में चार मंत्री पद खाली हैं, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चार पदों को तो भरा ही जाएगा, लेकिन कुछ मंत्रियों की उनके कामकाज के आधार पर छुट्टी भी की जा सकती है, इसके अलावा मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल किया जा सकता है, क्योंकि कई मंत्रियों के कामकाज से सरकार और संगठन दोनों ही खुश नहीं है। ऐसे में इन मंत्रियों को बदलकर उनकी जगह सीनियर विधायकों को जिम्मेदारी दी जा सकती हैं।
इन विधायकों को बनाया जा सकता हैं मंत्री
बता दें कि चौथी बार शिवराज सरकार बनने के बाद प्रदेश बीजेपी के कई सीनियर विधायकों को मंत्री नहीं बनाया गया था, ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक विधायकों को मंत्री बनाए जाने से कई विधायक मंत्रिमंडल की रेस से बाहर हो गए थे। इसके अलावा विंध्य और महाकौशल अंचल को भी मंत्रिमंडल में पर्याप्त जगह नहीं मिली थी, ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार के मंत्रिमंडल विस्तार में इसी अंचल से आने वाले विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है, जो विधायक मंत्री बनने की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं उनमें राजेंद्र शुक्ल, केदारनाथ शुक्ला, यशपाल सिंह सिसोदिया, अजय विश्नोई, संजय पाठक, रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, गोपीलाल जाटव, राजेंद्र पांडेय, रामपाल सिंह के नाम सबसे ऊपर चल रहे हैं, जिन्हें इस बार मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।
सिंधिया समर्थक मंत्रियों के विभागों में भी हो सकता है फेरबदल
इसके अलावा बताया जा रहा है कि सिंधिया समर्थक मंत्रियों के विभागों में फेरबदल भी हो सकता है, इसके अलावा कुछ सिंधिया समर्थक मंत्रियों को हटाकर उनकी जगह नए विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है। हालांकि अब तक इसको लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। बताया जा रहा है कि गुजरात विधानसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद सरकार और संगठन के बीच समन्व्यय बनाने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा।