राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसने सभी को हिला दिया है। रणथंभौर के पास त्रिनेत्र गणेश मंदिर से दर्शन करके लौट रहे एक परिवार पर बाघ ने हमला कर दिया। इस हमले में 6 साल का मासूम बच्चा टाइगर के शिकंजे में आ गया और टाइगर उसे उठाकर जंगल की ओर ले गया। यह घटना मंगलवार दोपहर की है और इसके बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल फैल गया है। प्रशासन और वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और बच्चे की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
मंदिर दर्शन के बाद लौटते समय टाइगर ने किया हमला
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के रणथंभौर इलाके से एक बहुत ही दुखद और डरावनी घटना सामने आई है। यहां त्रिनेत्र गणेश मंदिर दर्शन करके लौट रहे लोगों के साथ एक बड़ा हादसा हो गया। मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे एक 6 साल का मासूम बच्चा अपनी दादी के साथ मंदिर से लौट रहा था, तभी अचानक एक बाघ जंगल से बाहर निकल आया और बच्चे को उठा ले गया। यह घटना इतनी जल्दी हुई कि किसी को कुछ समझ में ही नहीं आया। वहां मौजूद लोगों ने शोर मचाकर टाइगर को भगाने की कोशिश की, लेकिन वह बच्चे को लेकर जंगल की ओर भाग गया।
चीख-पुकार और दहशत का माहौल
घटना के बाद पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई और श्रद्धालुओं में डर का माहौल फैल गया। बच्चे की दादी का रो-रोकर बुरा हाल है। वह बार-बार यही कह रही हैं कि उनका पोता किसी भी तरह वापस आ जाए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बाघ बहुत ही तेजी से आया और सीधे बच्चे को उठाकर ले गया। आसपास के लोग भी सहम गए और डर के मारे किसी की हिम्मत नहीं हुई कि वे टाइगर के पीछे जाएं। रणथंभौर जैसे टाइगर रिजर्व इलाके में ऐसे हादसे पहले भी हो चुके हैं, लेकिन इस बार एक मासूम बच्चा निशाना बना है, जिससे पूरे इलाके में चिंता बढ़ गई है।
प्रशासन और वन विभाग अलर्ट, मंत्री पहुंचे मौके पर
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू ऑपरेशन तुरंत शुरू कर दिया गया। वन विभाग की टीमें जंगल में उस जगह के आसपास सर्च कर रही हैं जहां टाइगर गया है। अभी तक बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला है, जिससे परिजनों की चिंता और बढ़ती जा रही है। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा खुद मौके पर पहुंचे। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और वन विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि टाइगर को ट्रैक करके बच्चे को जल्द से जल्द ढूंढा जाए। बाद में मंत्री ने पीड़ित परिवार से भी मुलाकात की और सांत्वना दी।
पहले भी हो चुके हैं हमले, सुरक्षा पर उठे सवाल
रणथंभौर इलाके में टाइगर के हमले की यह पहली घटना नहीं है। मार्च 2025 में बाघिन T-107 ने एक वनकर्मी पर हमला किया था। इसके अलावा फरवरी और अक्टूबर 2024 में भी टाइगर अटैक में लोगों की जानें जा चुकी हैं। इन घटनाओं के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या रणथंभौर में इंसानों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम हैं? लोग मांग कर रहे हैं कि मंदिर मार्ग पर सुरक्षा बढ़ाई जाए ताकि श्रद्धालुओं को खतरे का सामना न करना पड़े। फिलहाल पूरे इलाके में डर का माहौल है और लोग बच्चे की सलामती के लिए दुआ कर रहे हैं।