Sukhdev Singh Gogamedi Murder Case, जयपुर (केजे श्रीवत्सन) : राजस्थान के राजधानी नगर जयपुर के राजपूत करणी सेना अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मामले में शनिवार को पुलिस ने पड़ोसी राज्य हरियाणा से एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक इस युवक पर आरोप है कि इसने गोगामेड़ी हत्याकांड में शामिल दो शूटर्स की मदद की थी। इसकी पुष्टि करते हुए अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) कैलाश चंद्र बिश्नोई ने कहा कि फिलहाल आरोपी से पूछताछ का क्रम जारी है।
5 दिसंबर को घर में घुसकर मारी थी बदमाशों ने गोली
गौरतलब है कि बीती 5 दिसंबर को राजपूत करणी सेना के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर के श्याम नगर स्थित उनके घर में घुसकर बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। संगठन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजीत सिंह मामडोली के अनुसार मंगलवार को 3-4 लोग सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से मिलने आए। गार्ड उनको अंदर ले गए तो वहां चाय पीने के बाद बदमाशों ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी पर गोलियां बरसा दी और फरार हो गए। आनन-फानन में घायल राजपूत नेता को महानगर के मेट्रो मास अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हालांकि बाद में जांच-पड़ताल शुरू हुई तो पुलिस ने पाया कि इस दौरान क्रॉस फायरिंग में एक आरोपी की भी मौत हो गई थी।
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शूटर नितिन फौजी के साथ 12वीं की थी रामवीर ने
शनिवार को इस मामले में बड़ा अपडेट आया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) कैलाश चंद्र बिश्नोई ने कहा कि जयपुर पुलिस ने हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के मूल निवासी रामवीर सिंह (23 साल) को गिरफ्तार किया है। पहले जयपुर में पढ़ चुके रामवीर ने हत्या की वारदात के बाद दो शूटरों नितिन फौजी और रोहित सिंह राठौड़ को अजमेर रोड से बाइक पर बिठाकर बगरू टोल प्लाजा पर ले जाकर नागौर जाने वाले रास्ते पर रोडवेज बस में चढ़ने में मदद की। पता चला है कि रामवीर ही नहीं, बल्कि नितिन भी महेंद्रगढ़ का रहने वाला है और आरपीएस सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 12वीं कक्षा में दोनों साथ पढ़ चुका है। स्कूल के नितिन 2019 में सेना में शामिल हो गया, जबकि रामवीर मानसरोवर के विल्फ्रेड कॉलेज से बीएससी करने के लिए जयपुर चला गया।
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पिछले महीने पुलिस पर भी की थी नितिन ने गोलीबारी
पुलिस के मुताबिक पिछले महीने छुट्टी पर आया नितिन फौजी ने अपने गृहनगर में पुलिस पर गोलीबारी के बाद भागते वक्त रामवीर से संपर्क कर एक बड़े काम के लिए तुरंत जयपुर जाने की बात कही थी। 19 नवंबर को रामवीर जयपुर आया और जमीनी कार्य के लिए एक दोस्त के यहां रुका। उसने नितिन के रहने के लिए रिश्तेदारों के यहां होटल और कमरे भी तलाशे। 2 दिसंबर को नितिन ने रामवीर को कॉन्फ्रेंस कॉल की तो 3 दिसंबर को दोनों गांधी नगर इलाके के एक होटल में चले गए। वहां से दोनों महेश नगर के एक अन्य होटल में जाकर शराब पी। इसके बाद 4 दिसंबर को फौजी प्रताप नगर गया था।
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अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के अनुसार पुलिस को शक है कि वह पिस्तौल और 9 मिमी की गोलियां इकट्ठा करने गया था, जिन्हें गिरोह ने हत्या के लिए अंतिम रूप दिया था। फिर 5 दिसंबर को आरोपी कथित तौर पर अपने दो अन्य साथियों, राठौड़ और नवीन शेखावत से मिलकर चला गया। राठौड़ और नितिन दोनों ने शेखावत की भी गोली मारकर हत्या कर दी। एक राहगीर से स्कूटर लूटने के बाद नितिन ने रामवीर को फोन किया, जो उनकी मदद के लिए आया और उन्हें जयपुर से भागने में मदद की।