Gulab Chand Kataria: राजस्थान विधानसभा में गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का विदाई समारोह आयोजित किया गया। बता दें कि गुलाबंचद कटारिया को बीते रविवार केंद्र सरकार ने असम का राज्यपाल नियुक्त किया है। विधानसभा में विदाई समारोह स्पीकर सीपी जोशी की तरफ से आयोजित किया गया था।
कटारिया वैचारिक निष्ठा के कारण यहां तक पहुंचे
स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि कटारिया साहब मेरे विधानसभा क्षेत्र के गांव देलवाड़ा के रहने वाले हैं। मैंने एक कार्यकर्ता से नेता के रूप में कटारिया को ऊंचाइयां छूते देखा है। इंदिरा गांधी के समय जब इमरजेंसी लगी तब इन्होंने अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया। कटारिया साहब तो 1977 में विधायक बन गए। मुझे यहां तक पहुंचने का मौका 1980 में मिला।
उन्होंने कहा कि मैंने कटारिया साहब को एबीवीपी के कार्यकर्ता से लेकर विधायक, मंत्री, नेता प्रतिपक्ष के तौर पर देखा है। उन्होंने कहा कि संसदीय जीवन में अगर व्यक्ति को ऊंचाइयों को छूता है तो उसका कारण वैचारिक निष्ठा के कारण पाता है और कटारिया साहब इसके बेहतरीन उदाहरण हैं।
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आज राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री गुलाबचंद कटारिया जी के असम के राज्यपाल के मनोनीत होने पर आयोजित विदाई समारोह में माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के साथ सम्मिलित होकर श्री कटारिया जी के साथ अपने यादगार राजनीतिक किस्सों व राजनीतिक सफर का स्मरण किया। pic.twitter.com/U041IkwYgt
— Dr. C.P. Joshi (@drcpjoshi) February 16, 2023
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स्पीकर से मेरी विचारों की लड़ाई
नेता प्रतिपक्ष ने स्पीकर सीपी जोशी के बारे में बताते हुए कहा कि मैंने पुरानी पीढ़ी के नेताओं से बहुत कुछ सीखा है। उनसे मेरी विचारों की लड़ाई थी। लेकिन आपसी संबंध बहुत अच्छे थे। हम सब जनता के लिए यहां आए हैं। जो कुछ हो लेकिन सदन चलाओ, जो बोलना है सदन में बोलिए। सीपी जोशी और मैं काॅलेज के दिनों से डिबेट में अलग-अलग पक्ष से आते थे। 15वीं विधानसभा में जो मुझे मान सम्मान मिला वह कर्जा कभी नहीं चुका सकूंगा।