सीकर के दातारामगढ़ में एक 9 साल की बच्ची की हार्ट अटैक से मौत हो गई। बच्ची हायर सेकेंडरी आदर्श विद्या मंदिर स्कूल में पढ़ती थी। इंटरवेल में टिफिन खोलते समय वह जमीन पर गिर गई। स्कूल स्टाफ ने उसे संभाला और दांतारामगढ़ सीएचसी ले गए। वहां फर्स्ट एड के बाद बच्ची नॉर्मल हो गई। इसके बाद डॉक्टर ने उसे सीकर रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई।
क्या है पूरा मामला?
सीकर के एक स्कूल में पढ़ने वाली 9 साल की बच्ची की हार्ट अटैक आने से मौत हो गई। लंच टाइम के दौरान वह जमीन पर गिरी, जिसके बाद स्कूल स्टाफ उसे सरकारी अस्पताल लेकर चले गए। पहले तो बच्ची इलाज के बाद थोड़ी सी नॉर्मल हो गई। इसके बाद डॉक्टर ने उसे सीकर रेफर किया। तब अचानक ही उसकी रास्ते में मौत हो गई।
राजस्थान के दांतारामगढ़ में चौथी कक्षा में पढ़ने वाली नौ वर्ष की बच्ची प्राची कुमावत की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
ये बेहद चिंताजनक खबरें है। पर सरकारों का ध्यान इस तरफ नहीं जाता।
सरकारों को औरंगजेब अकबर पर बयान देने से फुरसत नहीं है।
कुछ नेता ठेलों पर नाम लिखवाने में व्यस्त है। pic.twitter.com/E8ULcPcNvo---विज्ञापन---— अश्विनी सोनी اشونی سونی (@Ramraajya) July 17, 2025
स्कूल टीचर का क्या कहना है?
इस मामले में स्कूल के प्रिंसिपल नंदकिशोर ने बताया कि बच्ची पुत्री पप्पू कुमार निवासी भोमियाजी की चौथी क्लास में पढ़ती थी। स्कूल इंटरवेल के दौरान यह घटना हुई। सभी बच्चे खाना खा रहे थे। बाकियों की तरह बच्ची भी अपना टिफिन खोलने की तैयारी कर रही थी। तभी अचानक वह गिर गई। क्लास के अन्य बच्चों ने टीचर को इस बात की जानकारी दी। सभी टीचर वहां पर आए। उन्होंने बच्ची को जल्दी से सरकारी अस्पताल भेजा। बच्ची तब तो नॉर्मल हो गई। उसके बाद जब उसे सीकर लेकर जाने लगे तो उसकी मौत हो गई। डॉक्टर ने बताया कि बच्ची को जब अस्पताल में लेकर आए थे, तो वह बेहोश थी। उसे कार्डियक अरेस्ट आया था।
परिवार में पसरा मातम
इस खबर को सुनने के बाद बच्ची के परिवार में कोहराम मच गया है। हर कोई हैरान-परेशान है। आजकल कब किसको हार्ट अटैक आ जाए। इस बात का अंदाजा किसी को नहीं है। हमारा लाइफस्टाइल ही कुछ ऐसा है कि इसके काफी हद तक हम खुद ही जिम्मेदार होते हैं। हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट आना अब बहुत आम हो गया है। क्योंकि अनहेल्दी के साथ-साथ हेल्दी शख्स को भी आने में देर नहीं लगाता है।
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