Sachin Pilot Interview Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में चुनावी सरगर्मियां तेज हैं। मतदान 25 नवंबर को होगा और परिणाम 3 दिसंबर को आएगा। जहां एक ओर कांग्रेस को विश्वास है कि उनकी पार्टी रिपीट करेगी, तो वहीं बीजेपी राजस्थान में सालों से चले आ रहे सरकार बदलने के ट्रेंड को देखते हुए आश्वस्त दिखाई दे रही है। राजस्थान में पूर्व डिप्टी सीएम और टोंक से चुनाव लड़ रहे धाकड़ नेता सचिन पायलट को भरोसा है कि एक बार फिर कांग्रेस सरकार बनाने में सफल होगी। उन्होंने न्यूज 24 के कंसल्टिंग एडिटर श्रीनिवासन जैन के साथ बातचीत में जनता और पार्टी के मन की बात’ साफ करने की कोशिश की।
जनता एक बार फिर कांग्रेस को मौका देना चाहती है
श्रीनिवासन जैन ने पायलट से पूछा- क्या सरकार बदलने के ट्रेंड से कांग्रेस चिंतित है? इस पर पायलट ने कहा- राजनीति में पब्लिक क्या चाहती है, ये सबसे महत्वपूर्ण है। पिछले 30 साल में भले ही सरकार दोबारा नहीं बनी हो, लेकिन आपको बताना चाहूंगा कि जब हम हारे तो 200 में से सिर्फ 21 विधायक ही रह गए थे। ये हमारी बहुत बुरी हार थी, लेकिन फिर हम बहुमत में आए। इस बार हम चाह रहे हैं कि 5 साल वाली परंपरा को तोड़ दें। ये संभव भी है क्योंकि बीजेपी में काफी बिखराव है। वहां पर काफी कंफ्यूजन है। जबकि राजस्थान में हमने काफी मिलकर काम किया है। जहां-जहां मैंने दौरे किए हैं, वहां से फीडबैक यही मिला है कि जनता एक बार फिर कांग्रेस को मौका देना चाहती है।
बागियों ने पहुंचाया था नुकसान
श्रीनिवासन जैन ने आगे पूछा- पिछली बार आपकी जीत के बावजूद वोट परसेंटेज काफी कम था। इस पर पायलट ने कहा- पिछली बार कांग्रेस के कई बागी खड़े हो गए थे। उन्होंने कांग्रेस के वोटों का नुकसान किया। हमें इससे 25-30 सीटों का नुकसान हुआ। करीब 10-11 निर्दलीय उम्मीदवार जीत गए थे। उससे भले ही हम नंबर में कम आए, फिर भी हमने सरकार बनाई।
राजस्थान में क्या इस बार कांग्रेस वापसी कर पायेगी या रोटी पलट जाएगी?
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— News24 (@news24tvchannel) November 7, 2023
पार्टी ने साफ किया है कि सरकार आने पर जिम्मेदारी तय की जाएगी
क्या राजस्थान में ‘अशोक गहलोत’ कैंपेन चल रहा है क्योंकि यहां और कोई चेहरा दिखाई नहीं देता…इस सवाल के जवाब में पायलट ने कहा- कैंपेन तो हर जगह कांग्रेस पार्टी का ही हो रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री या प्रदेशाध्यक्ष का रोल इसमें ज्यादा रहता है, लेकिन ये एक कलेक्टिव कैंपेन है और पार्टी ने इसे स्पष्ट किया है कि इलेक्शन खत्म होने के बाद जब हमारी सरकार आएगी तब ये तय किया जाएगा कि किसे क्या जिम्मेदारी निभानी है। इसमें कोई कंफ्यूजन नहीं है।
कोई भी एक व्यक्ति अपने दम पर सरकार नहीं बना सकता
श्रीनिवासन जैन ने आगे कहा- क्या गहलोत को ध्यान में रखकर ही कैंपेन नहीं किया जा रहा है? हर जगह उनके पोस्टर और विज्ञापन हैं, दूसरा चेहरा कहां है? इस सवाल के जवाब में पायलट ने कहा- अब ये देखने वाले की नजर पर निर्भर करता है। हम सभी लोग मिलकर काम कर रहे हैं और मैं ये बात खुलकर कह सकता हूं कि कोई भी एक व्यक्ति अपने दम पर सरकार नहीं बना सकता है।
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जब तक मिलकर काम नहीं करेंगे, तब तक सरकार बनना मुश्किल
पायलट ने आगे कहा- इसमें संगठन की पूरी ताकत लगती है। जब मैं 2018 में प्रदेशाध्यक्ष था, तब हम लोगों ने 5 साल बहुत संघर्ष किया। हमने धरने किए और लाठियां खाईं, जेल गए और खून-पसीना बहाया, लेकिन अंत में सबने मिलकर काम किया तो सरकार बनी। ठीक उसी तरह योजनाएं हैं, सरकार का काम है, लेकिन जब तक हम सब मिलकर काम नहीं करेंगे, तब तक सरकार बनना मुश्किल है। इसके बाद पायलट से पूछा गया कि आपका चेहरा कहां है? इस पर उन्होंने कहा- अगर विज्ञापन से चुनाव जीत जाते तो बड़े उद्योगपति कभी हारेंगे ही नहीं। मुझे लगता है कि नेता को पब्लिक के दिल में जगह बनानी पड़ती है।