Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए नामांकन दौर खत्म होने के साथ ही भाजपा के केंद्रीय नेताओं के राजस्थान के दौरे बढ़ गए हैं। मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कैंपेन की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने नागौर में 4 धुंआधार रैलियों को संबोधित किया। इस बीच कांग्रेस ने भी कल गांरटी यात्रा की शुरुआत की।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले भाजपा भी दो यात्राएं निकाल चुकी है। जनाक्रोश यात्रा और परिवर्तन सकंल्प यात्रा। इन यात्राओं में कोई खास भीड़ नहीं जुटी। वजह वसुंधरा राजे का सकंल्प यात्रा से नदारद रहना। भाजपा की ओर से चुनावी बिगुल फूंकने आए गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी रैलियों में वहीं बातें की जो वे अक्सर टीवी इंटरव्यू और प्रेस वार्ताओं में करते रहते हैं। इस दौरान उन्होंने जनता के विकास से जुड़ी कोई बात नहीं की।
हालांकि पार्टी की ध्रुवीकरण के जरिए वोट हासिल करने की परंपरागत रणनीति रही है। इसी के तहत उन्होंने राम मंदिर, धारा 370, कन्हैयालाल हत्याकांड, मंदिर तोड़ने जैसी घटनाओं का जिक्र किया। भाजपा 2024 लोकसभा चुनाव के एजेंडे को इस सेमीफाइनल की जंग में आजमाना चाहती है कि ताकि अगर कोई चुक हो तो पार्टी अपनी रणनीति बदल सके।
This is very good gurantee of congress which people's like very much. #कांग्रेस_की7गारंटी_यात्रा pic.twitter.com/bzeccbkTdW
---विज्ञापन---— Priyanshu (@34Subh) November 7, 2023
भाजपा की पहली यात्रा रही विफल
चुनाव से पहले भाजपा ने दो चुनावी यात्राएं निकाली लेकिन इन यात्राओं का व्यापक असर नहीं हुआ। हालांकि परिवर्तन सकंल्प यात्रा में जरूर कांग्रेस के खिलाफ माहौल तैयार हुआ लेकिन उतना नहीं जितना होना चाहिए। पार्टी ने यात्रा के दौरान कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, पेपरलीक और तुष्टिकरण जैसे मुद्दे उठाए। ताकि हिंदू वोटर्स को एकजुट किया जा सके। लेकिन वसुंधरा राजे का इन यात्राओं में शामिल नहीं होना भाजपा के लिए सबसे बड़ा मानइस प्वाइंट रहा। हालांकि इन सबके बाद भाजपा काफी आगे बढ़ चुकी है और अब वसुंधरा राजे एक बार फिर वही पुराने कलेवर के साथ जनता के बीच पहुंच चुकी है।
कांग्रेस की गारंटी यात्रा
इस बीच कांग्रेस ने भी ईआरसीपी यात्रा की शुरुआत की थी। कांग्रेस पार्टी पीएम द्वारा इस योजना को जानबुझकर लटकाने का आरोप लगाती रही, लेकिन इस यात्रा को अच्छा रेस्पाॅन्स नहीं मिला। इस यात्रा की शुरुआत मल्लिकार्जुन खड़गे ने बारां से की थी। इसके बाद प्रियंका गांधी ने टोंक में जनसभा की लेकिन जनता ने इस यात्रा में हिस्सा नहीं लिया। अब कांग्रेस ने एक और यात्रा की शुरुआत की है। जिसका नाम है गारंटी यात्रा। इस यात्रा के दौरान हर विधानसभा में रोड शो होगा। इसके बाद गांरटी कैंप लगेगा। कैंपो में आने वाले लोगों को गांरटी पर्चियां दी जाएगी। जनता को एक मोबाइल नंबर दिया जाएगा। जिस पर वे मिस काॅल करेंगे। इसके बाद जो एसएमएस आएगा उसे संभाल कर रखने को कहा जाएगा। कांग्रेस ऐसा कार्यक्रम हर संभाग में करने जा रही है। इसके लिए अलग-अलग संभागों के लिए बड़े नेता को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।