Rajasthan News: देश की आधी आबादी हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है। आईटी से लेकर खेल जगत तक अब नारियां हर क्षेत्र में सिरमौर बनकर सामने आ रही है। राजस्थान के भरतपुर की एक महिला काॅन्स्टेबल ने कनाडा में संपन्न हुए वल्र्ड पुलिस फायर गेम्स में 2 सिल्वर मेडल जीतकर भारत ही नहीं बल्कि भरतपुर का नाम पूरे विश्व में रोशन किया है।
राजस्थान के भरतपुर जिले की महिला काॅन्स्टेबल संजू उपाध्याय ने साल 2006 में राजस्थान पुलिस में नौकरी ज्वाॅइन की। इस दौरान किसी ने सोचा नहीं था कि यही संजू एक दिन राजस्थान पुलिस का नाम पूरे विश्व में रोशन करेगी। साल 2011 में उनकी शादी चंद्रप्रकाश से हो गई। शादी के बाद भी पति ने उन्हें नौकरी के दौरान पूरा समर्थन दिया। कुछ सालों बाद उसके बेटा हो गया। संजू का खेलों के प्रति जुनून शुरुआत से ही था। लेकिन अभावों के बीच पली-बढ़ी संजू इस क्षेत्र में ज्यादा कुछ कर नहीं पाई।
कनाडा में 138 देशों की पुलिस ने लिया हिस्सा
संजू को अपनी शादी के बाद उसके पति से पूरा समर्थन मिला तो उसने नौकरी करते बाॅक्सिंग की प्रेक्टिस करने लगी। इस दौरान संजू ने साल 2017 से 2020 तक देश की कई घरेलू प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। इसके बाद संजू का चयन कनाडा में चल रहे वल्र्ड पुलिस फायर गेम्स के लिए हो गया। इस प्रतियोगिता में कुल 138 देशों की पुलिस ने हिस्सा लिया। कनाडा गेम्स में संजू ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए 2 सिल्वर मेडल अपने नाम किये।
पति के योगदान को सराहा
कनाडा फायर गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने के बाद संजू ने बताया कि उसे प्रेक्टिस के दौरान अपने पति का पूरा सहयोग मिला। उन्हीं की बदौलत आज वह 2 सिल्वर मेडल जीतने में कामयाब रही। उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि वह इतना आगे बढ़ जाएगी। जब वह खेलती थीं तो उनकी सास ही बेटे का ख्याल रखती थी।
मेडल जीतने के बाद भारत लौटी संजू का पुलिसकर्मियों ने एसपी मृदुल कच्छावाह के नेतृत्व में पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। पुलिस लाइन में पुलिस बैंड के साथ संजू को लाया गया।
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