Rajasthan: राजस्थान के उदयपुर जिले में एक बार फिर माहौल खराब होने की आशंका है। ऐसी नौबत न आए, जिला प्रशासन ने अगले दो महीने के लिए धारा 144 लागू कर दी है। इसके साथ ही उदयपुर में अगले 2 महीने तक पूरे जिले में सार्वजनिक स्थल पर धार्मिक झंडे और प्रतीक चिन्ह लगाने पर रोक रहेगी।
किसी भी सार्वजनिक बिल्डिंग या बिजली के खंभे समेत किसी भी सार्वजनिक जगह पर अब धार्मिक झंडे नहीं लगाए जा सकेंगे इसके लिए जिला कलेक्टर से अनुमति लेनी होगी।
अब इस सरकारी फरमान पर घमासान मच गया है। बीजेपी ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
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#WATCH राजस्थान सरकार जानबूझकर मंदिरों और धार्मिक त्योहारों के पीछे पड़ी है। वे किसे खुश करना चाहते हैं, यह नहीं पता। उदयपुर उन्हीं वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की भूमि है जिन्होंने मुगलों को परास्त किया था अब अगर वहां पर ही भगवा ध्वज और पताका नहीं लगाएंगे तो क्या तालिबान में… pic.twitter.com/FDJEJQ7S82
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 6, 2023
सीपी जोशी बोले- जानबूझकर पीछे पड़ी सरकार
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि राजस्थान सरकार जानबूझकर मंदिरों और धार्मिक त्योहारों के पीछे पड़ी है। वे किसे खुश करना चाहते हैं, यह नहीं पता। उदयपुर उन्हीं वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की भूमि है, जिन्होंने मुगलों को परास्त किया था। अब अगर वहां पर ही भगवा ध्वज और पताका नहीं लगाएंगे तो क्या तालिबान में लगाएंगे?
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भाजपा सांसद ने अधिकारों के हनन का लगाया आरोप
राजसमंद से भाजपा सांसद दीया कुमारी ने भी गहलोत सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि धर्म ध्वजा के विरुद्ध उदयपुर प्रशासन का यह आदेश राजस्थान की कांग्रेस सरकार की तुष्टीकरण की नीति का ताजा उदाहरण है। यह कानून व्यवस्था के नाम पर आम जन की धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार के हनन का प्रयास है।
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