Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव की वोटिंग में केवल 4 दिन का समय शेष हैं। ऐसे में पीएम मोदी समेत दोनों पार्टियों के स्टार प्रचारक जमकर पसीना बहा रहे हैं। इस बीच बागियों ने कई सीटों पर भाजपा-कांग्रेस की नींद उड़ा रखी है। भाजपा और कांग्रेस के बागी कई सीटों पर समीकरण बिगाड़ रहे हैं। इस बीच भाजपा के खेमे में एक खुशखबरी आई है। कोटा जिले की लाडपुरा से निर्दलीय मैदान में उतरे भाजपा के पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने भाजपा को समर्थन करने का ऐलान किया है। वे चुनाव मैदान से हट गए हैं। ऐसे में अब उनका मत पेटी पर दर्ज नहीं होगा। हालांकि वे नामांकन वापस नहीं ले पाएंगे।
लाडपुरा से निर्दलीय पर्चा दाखिल करने वाले भवानी सिंह राजावत ने कहा कि वह भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगे और उनके पक्ष में ही चुनाव प्रचार करेंगे। बता दें कि उन्होंने यह घोषणा लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला की घोषणा के बाद की है। लोक स्पीकर ओम बिड़ला ने राजावत को मनाने के लिए पार्टी की जिला इकाई को एक्टिव किया था। इसके बाद राजावत ने ओम बिड़ला से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उन्होंने यह घोषणा कर दी।
आसान हुई कल्पना देवी की राह
बता दें कि लाडपुरा से कांग्रेस ने नईमद्दीन गुड्डू को प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में अगर राजावत चुनाव लड़ते तो भाजपा को यहां नुकसान होना तय था। क्योंकि वे इस सीट से 2 बार विधायक रह चुके हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने निर्दलीय पर्चा दाखिल किया था लेकिन पूर्व सीएम वसुंधरा के कहने पर उन्होंने नामांकन वापस ले लिया था। वहीं बात करें भाजपा प्रत्याशी कल्वना देवी की तो वे कोटा के पूर्व राजपरिवार से आती है और 2018 के चुनाव में भी मैदान में उतरी थी लेकिन उन्हें यहां से हार का सामना करना पड़ा था। बता दें कि प्रदेश की 200 में से 199 सीटों पर 25 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। वहीं नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
जयपुर से केजे श्रीवत्सन् की रिपोर्ट।