राजसमन्द: राजस्थान के राजसमंद जिले से इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है। जिले के देवगढ कस्बे में बदमाशों ने पेट्रोल डाल कर पुजारी को जिंदा जलाने का प्रयास किया था। जिससे गंभीर रूप से झुलसे पुजारी नवरत्न की इलाज के दौरान शनिवार को मौत हो गई। वहीं पुजारी की घायल पत्नी जमना देवी का हॉस्पीटल में इलाज जारी है। अब तक इस हमले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के मुताबिक कुछ बदमाशों ने गत रविवार देर रात पुजारी परिवार की दुकान में पेट्रोल बम फेंक कर आग लगा दी थी। इसके बाद से पुजारी की हालत गंभीर थी। पुजारी के पुत्र मुकेश प्रजापत ने बताया कि हमले में पुजारी नवरत्न लाल प्रजापत एवं उनकी पत्नी जमना देवी बुरी तरह झुलस गए थे।
परिजनों ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल
इस हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर घायल अवस्था में पुजारी दंपती को अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां गंभीर हालत में दोनों को उदयपुर के महाराणा भूपाल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इलाज के दौरान शनिवार सुबह पुजारी की मौत हो गई। इसके बाद पुजारी के बेटे ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस समय रहते कार्यवाही कर लेती तो आज यह घटना नहीं घटती।
अब तक 12 लोग गिरफ्तार
वहीं इस मामले में पुलिस ने अब तक 12 लोगों को हिरासत में लिया है। पहले इन पर जानलेवा हमले का केस था जो अब हत्या में तब्दील हो गया है। इस मामले में लापरवाही को लेकर कामली घाट चौकी प्रभारी राजू सिंह को सस्पेंड कर दिया था। इस पूरे मामले में पुलिस नरेन्द्र सिंह की भूमिका को प्रमुख मान रही है। सामने आया है कि नरेन्द्र सिंह ने 20 हजार रुपए देकर नकाबपोश बदमाशों से पेट्रोल डलवाया था।
ये था विवाद
बता दें कुछ समय से मंदिर की जमीन को लेकर दो पक्षों में विवाद चल रहा था। जानकारी के मुताबिक जहां पुजारी का परिवार रहता है उस कस्बे के देवनायाण मंदिर की करीब 12 बीघा बेशकीमती जमीन है। इसी को लेकर पुजारी परिवार और दबंगों के बीच में विवाद भी चल रहा है। जिसको लेकर पुजारी परिवार की ओर से शिकायत भी की गई है।