राजसमन्द: राजस्थान के राजसमंद जिले पुजारी को जिंदा जलाने की खबर सामने आ रही है। जिले में कुछ लोगों ने एक बुजुर्ग पुजारी और उनकी पत्नी पर कथित रूप से पेट्रोल बम फेंक दिया, जिससे वे दोनों झुलस गए। इस घटना में 80 फ़ीसदी झुलसे पुजारी दंपति को अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उनकी हालत गंभीरावस्था में इलाज जारी है।
दंपती 80 फीसदी झुलसे
बता दें देवगढ़ पुलिस थानाक्षेत्र में आने वाले पेट्रोल पंप के सामने मंदिर की जमीन के विवाद में रविवार रात करीब 8.30 बजे 10-12 लोगों ने दुकान में घुसकर पुजारी और उसकी पत्नी पर पेट्रेाल बम फेंककर आग लगा दी। दंपती 80 फीसदी झुलस गए। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक आरोपी मौके से फरार है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
मंदिर की जमीन को लेकर चल रहा था विवाद
जानकारी के अनुसार कुछ समय से मंदिर की जमीन को लेकर दो पक्षों में विवाद चल रहा है। जिसके चलते बीती रात 10 से 12 लोग दुकान में घुसे जहां पुजारी का परिवार रहता है। बताया गया कि दुकान में उन पर पेट्रोल बम फेंका गया जिससे दुकान में आग लग गई और वह झुलस गए। आग की लपटें और धुआ को देख आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों ने अपने स्तर पर आग पर काबू पाया। इसके बाद घटना की सूचना देवगढ़ पुलिस तथा 108 एंबुलेंस को दी गई।
पीड़ित पक्ष ने लगाया पुलिस पर आरोप
इस घटना के बाद पीड़ित पक्ष का आरोप है कि इस मामले को लेकर कई बार देवगढ़ थाने में रिपोर्ट दी गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई यदि पुलिस समय रहते इन पर कार्रवाई करती तो यह नौबत नहीं आती। पुलिस ने मामले में त्वरित करवाई करते हुए कुछ लोगो को हिरासत में लिया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है।
भाजपा हुई गहलोत सरकार पर हमलावर
वहीं अब इस मामले में बीजेपी गहलोत सरकार पर हमलावर हो गई है और कई विपक्षी नेता सरकार पर जमकर हमला बोल रहे हैं। प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया घटना की निंदा करते हुए इसे गहलोत सरकार के लिए शर्मनाक करार दिया है। सतीश पूनिया ने कहा कि यह घटना सीधे-सीधे सरकार के इकबाल से जुड़ी घटना है और पुजारी को जिंदा जलाए जाना सरकार के ऊपर एक बार फिर सवाल खड़ा करता है। पूनिया ने कहा कि प्रदेश में कानून का राज ख़त्म हो चुका है।
आठ संदिग्ध लोगों को दबोचा
घटना की सूचना पर देवगढ़ थानाधिकारी शैतान सिंह नाथावत पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। तहसीलदार मुकंद सिंह, एसआई प्रताप सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। इस दौरान हॉस्पिटल में भीड़ एकत्रित हो गई। इधर, पुलिस ने देर रात दो टीमें दबिश देने के लिए भेजी। पुलिस ने मामले में करीब आठ संदिग्ध लोगों को हिरासत में ले लिया है।