भारतीय सीमा में अवैध तरीके से घुसी पाकिस्तानी महिला हुमारा को आखिरकार पाकिस्तान वापस भेज दिया गया है। बीएसएफ ने मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे हुमारा को पाक रेंजर्स को सही-सलामत सौंप दिया। हुमारा को सुरक्षाबलों ने अनूपगढ़ की बिंजोर पोस्ट से वापस पाकिस्तान भेजा। इस दौरान सीमा सुरक्षा बल (BSF) के अधिकारियों और पाकिस्तान रेंजर्स के BSR रैंक के अधिकारियों के बीच फ्लैग मीटिंग भी हुई।
17 मार्च को भारत की सीमा में हुई थी दाखिल
बता दें कि हुमारा 17 मार्च को श्रीगंगानगर सेक्टर के अनूपगढ़ क्षेत्र से भारत में अवैध तरीके से दाखिल हुई थी, जिसके बाद बीएसएफ के जवानों ने उसे हिरासत में ले लिया था। 32 साल की पाकिस्तानी महिला हुमारा को प्रारंभिक पूछताछ के बाद श्रीगंगानगर स्थित संयुक्त जांच केंद्र में भेजा गया था, जहां करीब 5 दिनों तक विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों ने उससे पूछताछ की।
पूछताछ में बताई ये बात
सुरक्षा एजेंसियों को पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि वह पाकिस्तान में घरेलू हिंसा की शिकार हुई थी। उसने बताया कि वह पति और ससुर की प्रताड़ना से परेशान होकर भारत आई है। हुमारा ने कहा कि भारत में ऐसा नहीं होता है, इसलिए वह कई दिनों से यहां आने की कोशिश में थी। पूछताछ के दौरान हुमारा ने सुरक्षा एजेंसियों से कहा कि ‘मुझे जो दंड देना है दो, लेकिन मैं वापस पाकिस्तान नहीं जाउंगी। पाकिस्तान में महिलाओं के साथ बहुत ज्यादा हिंसा होती है।’ पाकिस्तानी महिला ने भारत में घुसपैठ को लेकर कहा कि, ‘उसने पहले कश्मीर के रास्ते भारत में घुसने का प्लान बनाया था, लेकिन सेना की गोली के डर से राजस्थान का रास्ता चुना।
बलूचिस्तान की निवासी है हुमारा
महिला ने बताया कि वह पाकिस्तान में बलूचिस्तान के केच जिले के दगरी खान गांव की निवासी है। उसके पति का नाम वसीम खान है और वह बलूचिस्तान में एक दुकान चलाता है। वहीं, पूछताछ और कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद बीएसएफ की 23वीं वाहिनी के अधिकारियों ने महिला को उचित प्रक्रियाओं के तहत पाकिस्तान रेंजर्स को सौंप दिया। इस दौरान महिला पुलिस का जाप्ता (पुलिस बल का वह दल जो किसी विशेष कार्य या गश्त के लिए तैनात किया जाता है) भी मौजूद रहा। बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के अधिकारियों के बीच हुई बैठक के बाद उसे बिंजोर पोस्ट से पाकिस्तान भेजा गया।