जोधपुर से लोकेश व्यास की रिपेार्टः जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, लगातार आपराधिक वारदातें सामने आ रही है। ताजा मामला माता का थान थाना क्षेत्र का है जहां शनिवार की शाम आपसी रंजिश और विवाद के चलते एक वकील की सरेराह बीच सड़क चाकू मारकर हत्या कर दी।
इतना ही नहीं चाकू मारने वाले ने वकील के मरने के बाद उसके सिर भारी पत्थर मारकर कुचल दिया। कुछ लोगो ने बीच बचाव की कोशिश की लेकिन हथियारे लोगों के सामने ताबड़तोड़ हमला कर मौके से फरार हो गए।
सीएम के पहुंचने के बाद हुई हत्या
शनिवार शाम को ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जोधपुर पहुंचने से ठीक आधे घंटे बाद हुई घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारियों में हलचल मच गई। आनन-फानन में अधिकारी मौके के लिए रवाना हुए। सूचना मिलने पर माता का थान पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर भीड़ जमा थी लेकिन पत्थर से चेहरा कुचला होने के कारण कोई उसकी पहचान नहीं कर पा रहा था।
पुलिस ने मृतक की पेंट से पर्स निकाला तो उसकी पहचान अधिवक्ता जुगराज चौहान के रूप में हुई। जिसे देखकर क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
वहीं उधर मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी मिलने पर अस्पताल पहुंचे। परिजनों ने अनिल और मुकेश नाम के युवकों पर हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए दोनों आरोपी युवकों को गिरफ़्तार कर लिया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है।
पुरानी रंजिश में की हत्या
जानकारी के अनुसार माता का थान थाना क्षेत्र के परिहार नगर में रहने वाले वकील जुगराज चौहान लंबे समय से उन्हीं के समाज के अनिल और मुकेश दोनों से जमीनी विवाद चल रहा था। जमीनी विवाद के अलावा कुछ समय पहले जुगराज के बेटे की सड़क दुर्घटना में हुई मौत हुई थी। जिसको लेकर जुगराज ने मुकेश और अनिल के खिलाफ नामजद केस कर रखा था। इससे अनिल और मुकेश दोनों परेशान थे क्योंकि पुलिस उन्हें जांच के लिए बुलाने लगी।
इससे परेशान होकर शनिवार को भदवासिया अस्पताल के पास जब जुगराज चौहान अपनी बाइक से जा रहा था तो अनिल और मुकेश ने पहले मारपीट की और उसके बाद एक आरोपी ने चाकू खोला और वकील के पेट पर ताबड़तोड़ चाकू से वार करना शुरू कर दिया ।
दिव्या ने ट्वीट कर साधा निशाना
घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जोधपुर के ओसियां से विधायक दिव्या मदेरणा ने कहा कि जब माननीय मुख्यमंत्री जी जोधपुरवासियों के लिए विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन करने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर शहर में हो तो इस प्रकार की घटनाएं पुलिस प्रशासन की लापरवाही को दिखाती है। उन्होंने डीसीपी ईस्ट अमृता दुहन को निलंबित करने की मांग की।