के जे श्रीवत्सन
राजस्थान के झालावाड़ जिले को बड़ी सौगात मिली जब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और सांसद दुष्यंत सिंह ने पं. दीन दयाल उपाध्याय एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए पहली उड़ान भरी। यह अवसर विशेष रूप से हनुमान जयंती के दिन आयोजित किया गया, जिसका प्रतीकात्मक महत्व बताया गया कि हनुमान जी पवन से भी तेज उड़ सकते हैं, इसलिए पहली उड़ान का दिन उनके नाम। इस दौरान वसुंधरा राजे ने यह भी कहा कि अगर उनके निर्वाचन क्षेत्र में समुद्र होता तो आज वह यहां क्रूज भी चला देती।
इस एयरपोर्ट का रनवे 3,120 मीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा है, जो इसे उत्तर भारत का तीसरा सबसे बड़ा रनवे बनाता है। यह इतना विशाल है कि बोइंग 747 जैसे जंबोजेट विमानों की लैंडिंग भी यहां संभव है। राजस्थान में जयपुर और जोधपुर हवाई अड्डे के अलावा किसी और जिले में ऐसा रनवे नहीं है। इस प्रकार का रनवे फिलहाल केवल जालंधर और कुशीनगर जैसे बड़े शहरों में ही मौजूद हैं। यह न केवल यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी गति प्रदान करेगी।
ड्रीम प्रोजेक्ट से पहली उड़ान भरकर अभिभूत हूं- वसुंधरा राजे
इस ऐतिहासिक मौके पर वसुंधरा राजे ने कहा कि आज हमारे ड्रीम प्रोजेक्ट से पहली उड़ान भरकर अभिभूत हूं। उन्होंने यह भी कहा कि यातायात के चार प्रमुख साधन- सड़क, रेल, वायु और जल में से 3 अब झालावाड़ में उपलब्ध हैं। वसुंधरा राजे ने पहली बार खुद के राजस्थान के झालावाड़ आने के दौरान की स्थिति को याद करते हुए कहा कि जब मैं पहली बार यहां से सांसद बनी थी, तब सड़कों की हालत खराब थी। आज चारों ओर चमचमाती सड़कें हैं, रेल और हवाई सेवा भी उपलब्ध है। उन्होंने मुस्कराते हुए जोड़ा और कहा कि अगर समुद्र होता, तो क्रूज जहाज भी चला देते।
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