Jaipur SMS Hospital Fire: जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में ICU वार्ड में आग लगने से 8 लोगों की जान चली गई. हादसे की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है, लेकिन मृतकों के परिजन गुस्से में हैं और उन्होंने गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेड़म के सामने भी अपनी भड़ास निकाली. लोगों ने उन्हें आपबीती सुनाई और कहा कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण मरीजों की जान गई है. आग लगते ही सबसे पहले डॉक्टर अपनी जान बचाकर भागे. वार्ड बॉय भी दम घुटने के कारण बाहर चले गए, उन्होंने खुद अपने मरीजों को बाहर निकाला.
SMS अस्पताल के ट्रोमा सेंटर के ICU में आग लगने से 7 लोगों की मृत्यु बहुत दुखी करने वाली है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि इस हादसे में कम से कम जनहानि हो। प्रभु दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें।
राज्य सरकार इस घटना की उच्च…---विज्ञापन---— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 6, 2025
20 मिनट किसी ने आग पर ध्यान नहीं दिया
एक मृतक के परिजन शेरू ने बताया कि उन्होंने जब स्टोर से धुंआ निकलते हुए देखा तो अस्पताल कर्मचारी अवधेश कुमार पांडे को बताया. वह यह कहते हुए चला गया कि सिक्योरिटी को बुलाकर लाता हूं. करीब 20 मिनट तक किसी ने आग पर ध्यान ही नहीं दिया. इतनी देर में धुंआ पूरे वार्ड में भर गया था. फायर अलार्म बजने लगे थे, उसके बावजूद सिक्योरिटी गार्ड नहीं आए. वे किसी तरह अपने मरीज को लेकर वार्ड से निकले और उनके पीछे बाकी लोग भी आए, लेकिन बाहर निकलने का एक रास्ता होने और धुंआ भरने के कारण उन्हें कुछ नजर नहीं आया, इसलिए बाहर निकलने में समय लग गया.
#WATCH | SMS Hospital fire, Jaipur | "… It was my aunt's son. He was 25 years old and named Pintu… When smoke came out at 11.20 pm, we had informed the doctors that the patients might have problems. Then gradually the smoke increased. As the smoke increased, the doctors and… pic.twitter.com/sR3OuQ79Ku
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) October 6, 2025
अस्पताल के स्टाफ ने ही लापरवाही बरती
मृतक बहादुर के परिजनों ने बताया कि स्टोर में लगी आग को अस्पताल प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया. जब तक उन्होंने ध्यान दिया, आग भड़क चुकी थी और पूरे वार्ड में धुंआ भर गया था. स्टोर पर ताला लगा था, जिसकी चाबी लेने गया कर्मचारी तो वापस ही नहीं आया. स्टाफ को कई बार बताया कि धुंआ आने लगा है, लेकिन वे इधर-उधर टहलते रहे. स्टोर की चाबी आने से तक वार्ड में धुंआ भर गया और अफरा-तफरी मच चुकी थी. स्टाफ के कुछ लोग तो अपनी जान बचाने के लिए दौड़े, उन्होंने मरीजों के बारे में सोचा तक नहीं.
#WATCH | SMS Hospital fire, Jaipur | "… The ICU caught fire. There was no equipment to extinguish it. There were no cylinders or even water to douse the fire. There were no facilities. My mother passed away…," says a person who lost a family member in the fire at Jaipur's… pic.twitter.com/BCV2Sa9jMT
— ANI (@ANI) October 6, 2025
पाइप और ट्यूब पिघलने से आई दुर्गंध
शेरू ने बताया कि वार्ड में जो मशीनें लगी थीं, उनमें लगी प्लास्टिक पाइप और ट्यूब पिघलने लगी थी, जिससे काफी दुर्गंध आई. किसी तरह अपना मुंह कवर करके मां को बेड समेत बाहर लेकर गया. मां कई दिन से अस्पताल में भर्ती थी और वेंटिलेटर पर थी. काफी मशक्कत से सभी चीजें संभालते हुए बाहर लेकर गया, लेकिन जब डॉक्टर उन्हें दूसरे वार्ड में ले गए तो उन्हें साथ नहीं जाने दिया और उनके बारे में कुछ बताया भी नहीं. करीब 2 घंटे बाद बताया कि मां की मौत हो गई है. उन्होंने मां को देखने की इच्छा जताई, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया.










