जयपुर: सौम्या गुर्जर (Soumya Gurjar) ने शनिवार को जयपुर ग्रेटर नगर निगम के महापौर का पद एक बार फिर संभाल लिया। बीते दो साल में सौम्या गुर्जर ने तीसरी बार यह पद संभाला है। इनसे पहले इस पद पर शील धाबाई थी जिसको कांग्रेस सरकार ने बर्खास्त करके कार्यवाहक महापौर बनाकर कुर्सी पर बैठाया था। बता दें डॉ सौम्या ग्रेटर नगर निगम मुख्यालय पर अपने समर्थकों के साथ पहुंचीं और उन्होंने पूजा अर्चना कर अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया।
जयपुर ग्रेटर नगर निगम का पदभार संभालने के बाद उन्होंने राज्य सरकार पर उनके खिलाफ षडयंत्र रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘यह उन षडयंत्रकारियों के लिए जवाब है। जो षडयंत्र रचते हैं और वे अपने षड्यंत्र में हारते है। यह राज्य सरकार षडयंत्र रच रही है। आप मुझे तीसरी बार इस कुर्सी पर देख रहे हैं तो यह जनता आशीर्वाद है। जनता चाहती है कि सच्चाई की जीत हो। हमारा संघर्ष जारी रहेगा।’’
बता दें कि राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश के बाद जयपुर में मेयर उपचुनाव में आए बड़े टि्वस्ट ने एक बार फिर जयपुर नगर निगम ग्रेटर की सत्ता की चाबी सौम्या गुर्जर के हाथ थमा दी है। जयपुर मेयर के अपने 730 दिन के कार्यकाल में 309 दिन के संघर्ष में निकालने के बाद आखिरी सौम्या गुर्जर की किस्मत ने उनका एक बार फिर एनवक्त पर साथ दिया।
ऐसा नहीं है कि सौम्या के मेयर बनने के बाद ही उन्हें सत्ता में रहने के लिए संघर्ष करना पड़ा। इस कुर्सी तक पहुंचने से पहले भी उन्हें अपनों का ही विधायकों का विरोध भी झेलना पड़ा था लेकिन तमाम परिस्थितियों से लड़कर वे मेयर भी बनी।