Rajasthan Gang Rape Victim: राजस्थान के अजमेर से मानवता को तार-तार करने का मामला सामने आया है। यहां स्कूल प्रशासन ने एक सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को स्कूल में एंट्री नहीं दी। उसका स्कूल से नाम तक काट दिया गया। यहां तक कि उसे बोर्ड एग्जाम देने से भी वंचित कर दिया गया। पीड़िता की शिकायत के बाद अब इस मामले में बाल कल्याण समिति एक्शन मोड में नजर आ रही है।
जिला शिक्षा अधिकारी को लिखा पत्र
जानकारी के अनुसार, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अंजलि शर्मा ने इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि बच्ची का साल खराब नहीं होने दिया जाएगा, इसके प्रयास किए जा रहे हैं। पीड़िता को बोर्ड की पूरक परीक्षा में बैठाने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
पीड़िता ने लगाई गुहार
दरअसल, पीड़िता ने बाल कल्याण समिति के सामने इस मामले को लेकर गुहार लगाई थी। उसने स्कूल प्रशासन पर भी कई आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने कहा कि स्कूल के स्टाफ ने उस पर टॉन्ट किए। साथ ही स्कूल का माहौल खराब करने का आरोप लगाकर स्कूल न आने की बात कही। आपको बता दें कि युवती के साथ अक्टूबर 2023 में गैंगरेप की वारदात हुई थी। ऐसे में पहले से ही परेशान चल रही पीड़िता के सामने कई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं।
जज पर लग चुके हैं आरोप
उल्लेखनीय है कि राजस्थान से एक के बाद एक शर्मनाक घटनाएं सामने आ रही हैं। हाल ही में एक पीड़िता ने जज पर बड़े आरोप लगाए हैं। जज ने चेंबर में बुलाकर पीड़िता से कपड़े खोलकर चोटें दिखाने की बात कही थी। पीड़िता ने जो आरोप लगाया है, उसे लेकर राजनीति तेज है। वहीं जज से पूछताछ की जा रही है। मामला हिंडौनसिटी का है।
ये भी पढ़ें: कांग्रेस नेता दिव्या मदेरणा बिफरीं, पुलिस की जीप में बैठकर दिखाए तेवर, Video Viral