Jaipur: बीजेपी ने मंगलवार को गहलोत सरकार के खिलाफ जयपुर में विशाल धरना प्रदर्शन किया। जिसमें हजारों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। बीजेपी के इस प्रदर्शन पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने निशाना साधा है। उन्होंने बीजेपी के इस प्रदर्शन को फ्लॉप शो बताते हुए कहा कि 2500 बुलाए थे, 500 भी नहीं आएं। सभा में कुर्सियां खाली पड़ी थीं। बीजेपी किसी विरोध प्रदर्शन में एक नहीं हो पाई। पीसीसी चीफ डोटासरा बीजेपी के प्रदर्शन के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
बीजेपी नेताओं में मतभेद ही नहीं मनभेद भी हैं
डोटासरा ने आगे कहा कि आज के प्रदर्शन में वसुंधरा और सतीश पूनिया दोनों ही मौजूद नहीं थे। इससे यह साबित होता है कि इनके मतभेद ही नहीं मनभेद भी हैं। उन्होंने राजेंद्र राठौड़ के ईडी वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि ईडी अपराधियों तक जाए, इसमें कोई दिक्कत नहीं है।
नाथीबाई एक समाजसेवी परोपकारी महिला थी। वे सबकी मदद करती थी। किसी से मदद के बदले कुछ नहीं लेती थी। ऐसी भली महिला का बार-बार गलत अर्थों में नाम लेकर उसका अपमान किया जा रहा है।
कर्नाटक की हार से बीजेपी बौखलाई
डोटासरा ने आगे कहा कि कर्नाटक की हार से बीजेपी नेता बौखला गए हैं। सरकार पर झूठे आरोप लगाने की कोशिश कर रहे हैं और एक तरह से धमकी भी दे रहे हैं कि हमारी सरकार आएगी तो देख लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि ये डेढ़ साल से एक ही गीत गाए जा रहे थे ईडी आ रही है, अब तो ईडी आ गई। ईडी जांच कर रही है, किसी को कोई तकलीफ नहीं है अब इनका मुद्दा खत्म हो गया।
किसी विरोध में एक नहीं हो पाई पार्टी- डोटासरा
डोटासरा ने आगे कहा कि बीजेपी किसी विरोध प्रदर्शन में एक नहीं हो पाई। उन्होंने आगे कहा कि अपने आप को ओबीसी हितैषी बताने वाली पार्टी के मंच पर एक भी ओबीसी का नेता नहीं था। राजेंद्र राठौड़ भाषण दे रहे थे जो 500 लोग भी नहीं थे। इनकी दुर्गति देखिए, कार्यकर्ताओं को भाषण सुनाने के लिए कसमें दिलाई जा रही थी।
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि मोदीजी के चेहरे पर चुनाव लड़ रहे थे, अब मोदीजी का चेहरा भी फीका पड़ गया। मोदी के चेहरे पर न पंजाब जीत पाए न कर्नाटक। आरएसएस ने भी कह दिया कि अब मोदी के भाषणों या मन की बात से या मोदी के चेहरे पर चुनाव नहीं लड़ा जा सकता।