राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसकी वजह से जिले की कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो और तस्वीर काफी वायरल हो रही है, जिसमें एक तांत्रिक जैसे दिखने वाले व्यक्ति को रस्सियों और जंजीरों से जकड़ा हुआ दिखाया गया है। वहीं उसके पीछे गांव के लोग हैं, जो सवालों के साथ शोर कर रहे हैं। सवाल यह है कि आखिर पुलिस ने इस तांत्रिक व्यक्ति के खिलाफ FIR क्यों नहीं दर्ज की है?
भीलवाड़ा के मालाखेड़ा गांव में एक तस्वीर सामने आई है… तस्वीर में एक तांत्रिक… नाम है दिलखुश सुथार… रस्सियों में जकड़ा हुआ… जंजीरों में लिपटा हुआ..और तस्वीर के पीछे, गांव का टूटा भरोसा… और सवालों का शोर
सवाल ये है कि जब कानून की किताब बंद हो जाए. तो गांव वाले क्या करें? pic.twitter.com/5hoI4E6JDr---विज्ञापन---— Pooja Mishra (@PoojaMishr73204) May 28, 2025
आखिर मामला क्या है?
यह मामला भीलवाड़ा के मालाखेड़ा गांव का है। यहां दिलखुश सुथार नाम का एक तांत्रिक था, जो खुद को ‘बगड़ावत’ बताता था। दिलखुश सुथार लोगों को तंत्र-पाठ के साथ उनके घर सुख-शांति लाने का वादा करता था। लेकिन सुख-शांति की इस पूजा में वह लोगों के घर में लूट की वारदात को अंजाम देता था। वह उनके घर से सोने की ज्वेलरी और पैसे जैसी कीमती चीजें चुरा लेता था। ऐसा ही उसने गांव के बद्रीलाल माली के घर पर भी किया। इसके बाद गांव वालों ने खुद तांत्रिक को तलाशा और पकड़ा। इतना ही नहीं, ग्रामीणों ने तांत्रिक को रस्सियों और जंजीर से भी बांधा। इसके अलावा, गांव वालों ने तांत्रिक की खूब पिटाई भी की।
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पुलिस ने क्यों दर्ज नहीं की FIR
इसके बाद तांत्रिक ने पूछताछ में कबूल किया कि वह पूजा-पाठ और तांत्रिक क्रियाओं के नाम पर शांति हवन के जरिए घर से गहने, पैसे और कीमती सामान की चोरी करता था। तांत्रिक ने बताया कि वह चोरी का माल अपने एक साथी को दे देता था। इसके बाद जब पीड़ित परिवार तांत्रिक को पुलिस के पास ले गया, तो पुलिस ने मुकदमा लिखने से मना कर दिया। पुलिस ने कहा कि आप लोग आपस में सुलझा लो। अब सवाल यह उठता है कि क्या पुलिस के लिए चोरी और लूट की रिपोर्ट लिखाना मुश्किल है?