अलवर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक महिला ने कई लोगों के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या करवा दी, लेकिन 9 साल का बेटा इस हत्याकांड का गवाह बन गया। अब उसने अपनी मां की सारी करतूत को सबके सामने रख दिया है। बच्चे ने खुद बताया कि उस रात उसकी मां के सामने पापा के साथ क्या-क्या हुआ था।
बेटे को सुलाते ही अनीता ने खोला दरवाजा
घटना 7 जून की है। रात 11 बजे वीरु बैरवा के घर भयानक हमला हुआ था। रात होते ही अनीता नाम की महिला ने अपने 9 साल के बेटे से कहा कि “सो जा, सुबह जल्दी उठना है।” हालांकि बच्चे को नींद नहीं आई और वह सो नहीं पाया। तभी उसके घर के दरवाजे पर आहट हुई और उसकी मां ने दरवाजा खोला। दरवाजे पर काशी प्रजापत नाम का एक शख्स खड़ा था। यह अनीता का कथित प्रेमी था। हालांकि वह अकेला नहीं था, बल्कि उसके साथ चार अन्य लोग भी मौजूद थे।
आधी रात को घर में जब अजीब-सी आवाज आई, तो इस 9 साल के बच्चे की नींद टूट गई और जब उसने कमरे में जाकर देखा, तो काशी नाम का शख्स उसके पापा का मुंह दबाए हुए था। वह पापा को बचाने दौड़ा तो काशी ने उसे धमकाया और उसकी मम्मी चुपचाप यह सारा नजारा देखती रही। काशी ने बच्चे के पिता की हत्या कर दी और उसकी मां सारा तमाशा देखती रही।
बच्चा बना गवाह, हुआ साजिश का खुलासा
बच्चे ने बताया कि उसे अभी भी याद है कि किस तरह उसके पापा के पांव तोड़े गए, गर्दन मोड़ी गई, तकिए और तौलिए से दम घोंटा गया। अपने पिता की बेरहमी से की गई हत्या का चश्मदीद गवाह यह 9 साल का बच्चा अब भी बुरी तरह सहमा हुआ है। बच्चे के बयान के बाद पुलिस ने जब छानबीन की तो पूरी कहानी खुल गई। पुलिस ने बताया कि मोबाइल लोकेशन, CCTV फुटेज और बच्चे के बयान से पूरी साजिश का खुलासा हुआ है। मुख्य आरोपी अनीता, काशी और बृजेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। फरार अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
कैसे हुई अनीता और काशी में दोस्ती?
वीरु बैरवा नाम के शख्स ने अनीता नाम की महिला से लव मैरिज की थी, लेकिन अनीता का प्यार जल्द ही लोभ में बदल गया था। दोनों की यह दूसरी शादी थी। अनीता जनरल स्टोर की दुकान चलाती थी और वीरु पास में ही कचौरी का ठेला लगाता था। वीरु की गैरमौजूदगी में अक्सर काशी प्रजापत दुकान पर अनीता से किराने का सामान लेने आता था। इसी दौरान अनीता की दोस्ती काशी से हो गई। फिर दोस्ती ने सीमा लांघी और दोनों ने वीरु को मारने का फैसला कर लिया।