के जे श्रीवत्सन, अजमेर: राजस्थान के अजमेर जिले से इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है। जिले में दबंगों से परेशान होकर दलित युवक द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। दलित युवक ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें लिखा है कि मेरा अंतिम संस्कार भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद द्वारा किया जाए। बता दें कि दलित युवक ने स्थानीय पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गांव नोसल, रूपनगढ़ अजमेर निवासी ओमप्रकाश रैगर ने सामंतवादियों और पुलिस के उत्पीड़न से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी। घटना को लेकर गांव के लोगों में आक्रोश है, ग्रामीणों ने न्याय की मांग की है।
वहीं ये भी खबर आ रही है कि भीम आर्मी चीफ चंद्र शेखर आज़ाद सैकड़ों कार्यकर्ता के साथ अजमेर के लिए रवाना हो गए हैं। यह घटना रूपनगढ़ में नोसल गांव की है। बता दें कि ओमप्रकाश रैगर नर्सिंग का छात्र था और परिवार में इकलौता बेटा था। ओमप्रकाश के पिता दिव्यांग हैं और खेती बाड़ी का काम करते हैं।
इस घटना के बाद भीम आर्मी चीफ चंद्र शेखर आजाद ने भी ट्वीट करते हुए कहा है कि, “छोटे भाई तुम्हारे अंतिम पत्र ने जितना भावुक किया उतना ही गुस्से से भर दिया। हार मानने की जगह तुम्हें लड़ना चाहिए था। तुम्हारा भाई अभी जिंदा है जो अपने परिवार के आत्म सम्मान और इंसाफ के लिए अजमेर जरूर आएगा। मेरे भाई अगर जाने से पहले याद किया होता तो सामंतवादियों से हम मिलकर लड़ते।”
छोटे भाई तुम्हारे अंतिम पत्र ने जितना भावुक किया उतना ही गुस्से से भर दिया। हार मानने की जगह तुम्हें लड़ना चाहिए था।
तुम्हारा भाई अभी जिंदा है जो अपने परिवार के आत्म सम्मान और इंसाफ के लिए अजमेर जरूर आएगा। मेरे भाई अगर जाने से पहले याद किया होता तो सामंतवादियों से हम मिलकर लड़ते। pic.twitter.com/WyNYeaEVXn— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) November 1, 2022
घटना को लेकर ओमप्रकाश के पिता ने मीडिया को बताया कि दबंगों ने उनके बेटे को फर्जी मुकदमे में फसाया, जिससे परेशान होकर आत्महत्या कर ली।