Rajasthan Political Crisis: राजस्थान की राजनीति में आए नए तूफान के बाद अब कांग्रेस में सियासत चरम पर पहुंच गई है। अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सीएम की कुर्सी के लिए चल रहे इस सियासी ड्रामे के बीच प्रताप सिंह खाचरियवास ने कहा कि राजस्थान की सड़कों पर ED, CBI और IT उतरने वाली है।
आगे कहा कि इनसे लड़ने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सड़कों पर उतरना पड़ेगा। भाजपा अगर एजेंसी भेजेगी तो एजेंसी का जवाब देंगे। कांग्रेस की सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता और विधायक लड़ेगा। लेकिन अगर विधायक भाजपा की साजिश के खिलाफ सरकार बचाना चाहते हैं तो उनकी बात सुनी जानी चाहिए।
ED, CBI coming to Rajasthan. Congress workers will have to fight on roads. Every MLA & worker of Congress in united to save govt, we can spill blood on roads…But if MLAs want to save govt against BJP's conspiracy then they should be heard: Gehlot loyalist min PS Khachariyawas pic.twitter.com/3d2S3WOtxV
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) September 26, 2022
आगे उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि सीएलपी की बैठक से पहले विधायकों का मिलना अनुशासनहीनता नहीं कहलाएगा। वहीं कल की घटना के बाद कांग्रेस आलाकमान प्रताप सिंह खाचरियवास, महेश जोशी और शांति धारीवाल को कारण बताओ नोटिस जारी कर सकता है। नेताओं से पूछा जाएगा कि उन्होंने ‘पार्टी विरोधी’ कृत्य क्यों किए और रविवार को एक बैठक क्यों की जब वरिष्ठ नेताओं द्वारा विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी।
वहीं कल रात को भी राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत खेमे के विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा था कि 100 से अधिक विधायक एक तरफ हैं और 10-15 विधायक एक तरफ हैं। 10-15 विधायकों की बात सुनी जाएगी और बाकी की नहीं। पार्टी हमारी नहीं सुनती, अपने आप फैसले हो जाते हैं। सरकार नहीं गिरी है, हमारे परिवार के मुखिया (अशोक गहलोत) हमारी बात सुनेंगे तो नाराजगी दूर हो जाएगी।
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