Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे-वैसे राजनीतिक कार्यक्रम और सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं। नेता चुनाव जीतने और हराने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। कभी बड़े नेताओं में मतभेद की खबरें आती हैं तो कभी राजनीतिक एकता की बात चर्चा में रहती है। दोनों मुख्य दल कांग्रेस और बीजेपी में अंदरूनी कलह कभी अंदरखाने तो कभी सतह पर आ ही जाती है। इस बीच एक ऐसा वाक्या हुआ है जिससे बीजेपी में राजनीतिक एकता के संकेत मिलते हैं। इससे पता चलता है कि बीजेपी में सबकुछ सामान्य है और राज्य पार्टी के नेताओं में मतभेद नहीं हैं।
शेखावत ने राजे के लिए मंगवाया खाना
दरअसल हुआ कुछ ऐसा कि 20 अक्टूबर यानी गुरुवार को राजस्थान बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक हुई जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत मौजूद थे। पांच घंटे तक चली बैठक के बाद जब खाना खाने की बारी आई तो गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि वे खाना नहीं खाएंगे, क्योंकि उन्होंने नवरात्रि का व्रत रखा है।
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शेखावत ने फलाहार लेने की इच्छा जाहिर की। वसुंधरा राजे ने भी व्रत रहने की बात बताते हुए फलाहार की बात कही। फिर क्या था, शेखावत ने अपने घर से खाना मंगवाया, जिसे सभी को परोसा गया जो नेता नवरात्रि का व्रत थे। वहां मौजूद लोगों ने इसकी खूब प्रशंसा की। उनका कहना था के दोनों नेता इसी वजह से इतने खास हैं।
बता दें कि राज्य में विधानसभा चुनाव होने में अब कुछ ही समय बाकी हैं। 25 नवंबर को सभी 200 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। तीन दिसंबर को मतगणना के साथ ही परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। चुनावी समय में बीजेपी आपसी एकजुटता दिखाकर सरकार बनाने का दावा कर रही है। दोनों दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।