Gurmeet Ram Rahim: डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने घोषणा की है कि उनकी ‘बेटी’ हनीप्रीत अब ‘रूहानी दीदी’ के नाम से जानी जाएगी। राम रहीम ने डेरा सच्चा सौदा के नियंत्रण में किसी भी बदलाव से इनकार किया और डेरा सच्चा सौदा में नेतृत्व परिवर्तन की अफवाहों का भी खंडन किया और कहा कि वह इसके प्रमुख बने रहेंगे।
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बागपत के डेरा में साद संगत को दिए अपने भाषण के दौरान राम रहीम ने दोनों बयान दिए। बता दें कि राम रहीम वर्तमान में 40 दिनों के लिए पैरोल पर हैं। इससे पहले, राम रहीम को 2021 में तीन बार और 2022 में दो बार पैरोल दी गई थी, जिसमें फरवरी में 21 दिन और जून में एक महीना शामिल है। जेल अधिकारियों के अनुसार, एक दोषी हर साल 90 दिनों की पैरोल का हकदार होता है, जो उसके आचरण पर मंजूरी और जिला प्रशासन से सुरक्षा मंजूरी के अधीन होता है, जहां वह पैरोल अवधि के दौरान रहेगा।
अनुयायियों से ऑनलाइन संवाद कर रहे गुरमीत राम रहीम
सुनेरिया की हरियाणा जेल से पैरोल मिलने के बाद फिलहाल गुरमीत राम रहीम बरनावा आश्रम में रह रहे हैं। इस दौरान वे अपने अनुयायियों से ऑनलाइन बात कर रहे हैं। डेरा प्रमुख ने पैरोल के दौरान लगभग रोजाना अपने अनुयायियों से ऑनलाइन संवाद करना शुरू किया है।
हाल ही में भाजपा नेताओं को राम रहीम के साथ ऑनलाइन बातचीत करते देखा गया, जिनमें करनाल की मेयर रेणु बाला गुप्ता और हरियाणा विधानसभा के उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा शामिल हैं। आदमपुर उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार जय प्रकाश ने भी खुद को राम रहीम का सबसे बड़ा शिष्य बताया।
बता दें कि गुरमीत राम रहीम को पहली बार अगस्त 2017 में पंचकुला में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने दोषी ठहराया था। इसके बाद 2019 में राम रहीम और तीन अन्य को पत्रकार राम चंदर छत्रपति की 2002 की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था। सिरसा में डेरा मुख्यालय में अपनी दो महिला शिष्यों के साथ बलात्कार के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद गुरमीत राम रहीम जेल में 20 साल की सजा काट रहा है।
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