चंडीगढ़: पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से भ्रष्टाचार के विरुद्ध चलाई मुहिम के दौरान बीती रात पड़ोसी राज्य हरियाणा और दिल्ली के रास्ते पंजाब में ट्रांसपोर्ट कंपनियों की तरफ से बिना टैक्स और बिलों से व्यापारिक सामान लाने संबंधित कराधान और आबकारी विभाग पंजाब के कर्मचारियों/ अधिकारियों की तरफ से भ्रष्टाचार और आपसी मिलीभुगत के कारण लंबे अरसे से सरकारी खजाने को करोड़ों रुपए का चूना लगाने के चल रहे बड़े घपले का पर्दाफाश किया है।
इस संबंधी दिल्ली मालवा ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक, उसका लड़का, तीन ड्राइवरों और एक के पासर ( एजेंट) समेत कराधान और आबकारी विभाग पंजाब के कर्मचारियों/ अधिकारियों के खि़लाफ़ मुकदमा दर्ज करके ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक का लड़का, तीन ड्राइवर और एक पासर को गिरफ़्तार कर लिया है।
आज यहां यह जानकारी देते हुए पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो के बठिंडा यूनिट की तरफ से पुख़्ता जानकारी के आधार पर टीमें बना कर बठिंडा में माल ढुलाई वाली शक्की गाड़ीयों की तलाशी के लिए गई जिस दौरान पता लगा कि तीन गाड़ियों में लदे हुए सामान में से कुछ समान बिल्टियों और बिलों के बगैर ही पंजाब में लाया जा रहा था।
मौके पर की प्राथमिक जांच के उपरांत इस घपलेबाज़ी और मिलीभुगत सम्बन्धी भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 7,13 और आई. पी. सी. की धारा 420, 120-बी के अंतर्गत विजिलेंस ब्यूरो के थाना बठिंडा में मुकदमा दर्ज करके आगे कार्यवाही आरंभ कर दी गई।
अन्य विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि इस केस में उक्त ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक का पुत्र मनदीप सिंह निवासी जुझार नगर बठिंडा, ड्राइवर संजय कुमार निवासी गाँव कावेली ज़िला जौनपुर उत्तर प्रदेश, ड्राइवर गुरदास सिंह गाँव बलाहड़ विंझू ज़िला बठिंडा, ड्राइवर जगसीर सिंह निवासी गाँव सिकन्दरपुर थेड़ ज़िला सिरसा को गिरफ़्तार कर लिया है।
जबकि उक्त कंपनी का मालिक जगसीर सिंह निवासी जुझार नगर बठिंडा को जल्दी ही गिरफ़्तार कर लिया जायेगा जिससे और बड़े खुलासे होंगे। मुकदमे की तफ्तीश के दौरान विभाग के सम्बन्धित अधिकारियों/ कर्मचारियों की तरफ से पद का दुरुपयोग करके सरकार की कर चोरी करने, धोखाधड़ी और मिलीभुगत से रिश्वतें हासिल करने सम्बन्धी भी आगे तफ्तीश जारी है।