नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को चंडीगढ़ के मुल्लांपुर में होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र राष्ट्र को समर्पित करेंगे। केंद्र सरकार ने इस अस्पताल का निर्माण 660 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया है। ये कैंसल अस्पताल 300 बेड क्षमता का है। यहां सर्जरी, रेडियोथेरेपी और मेडिकल ऑन्कोलॉजी, कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण जैसी हर उपलब्ध उपचार पद्धति का उपयोग करके सभी प्रकार के कैंसर का इलाज किया जाएगा।
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Prime Minister Narendra Modi will dedicate the Homi Bhabha Cancer Hospital & Research Centre’ to the Nation at Mullanpur, New Chandigarh tomorrow. The Hospital has been built by the Central Government at a cost of over Rs. 660 Crore pic.twitter.com/N0VGkp76yw
— ANI (@ANI) August 23, 2022
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स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, यह परियोजना महत्वपूर्ण है क्योंकि पंजाब के कुछ हिस्सों में कैंसर के मरीजों के वृद्धि की कई रिपोर्ट आई है। लोगों को सस्ते कैंसर के इलाज के लिए दूसरे राज्यों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यह मुद्दा इतना विकराल था कि बठिंडा से एक ट्रेन को कैंसर ट्रेन के नाम से जाना जाता था।
पड़ोसी राज्यों के मरीजों को भी मिल सकेगी मदद
सरकार का मानना है कि चंडीगढ़ में अस्पताल कैंसर देखभाल के केंद्र के रूप में कार्य करेगा। बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित 100 बिस्तरों वाला कैंसर अस्पताल संगरूर में 2018 से काम कर रहा है। अब नया अस्पताल में पड़ोसी राज्यों के मरीजों की भी मदद हो सकेगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि आयुष्मान भारत के तहत कैंसर का इलाज लाभार्थियों को कैंसर के इलाज के बड़े और भारी खर्च से बचाने के लिए प्रमुख फोकस क्षेत्रों में से एक रहा है। आयुष्मान योजना के तहत प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान किया जाता है।
योजना के तहत पैनल में शामिल अस्पतालों में कैंसर उपचार के हिस्से के रूप में कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी पैकेज, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के साथ कवर किए जाते हैं। कैंसर के इलाज के लिए कुल 435 प्रक्रियाओं को परिभाषित किया गया है।
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तत्वावधान में स्थापित किए जा रहे नए एम्स में ऑन्कोलॉजी पर इसके विभिन्न पहलुओं पर महत्वपूर्ण ध्यान देना सुनिश्चित किया गया है। पीएमएसएसवाई के तहत अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी कैंसर देखभाल सुविधाएं स्थापित की जा रही हैं।
रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) ने 2019 में एमआरपी में 87 प्रतिशत तक की कमी के साथ 390 कैंसर रोधी गैर-अनुसूचित दवाओं की सूची तैयार की थी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अप्रैल 2022 तक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (एबी-एचडब्ल्यूसी) ने मुंह के कैंसर के लिए 10.33 करोड़ से अधिक स्क्रीनिंग, महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के लिए 3.41 करोड़ से अधिक स्क्रीनिंग और महिलाओं में स्तन कैंसर के लिए 5.06 करोड़ से अधिक स्क्रीनिंग की है।
असम और पश्चिम बंगाल में पीएम मोदी ने किया था कैंसर अस्पताल का उद्घाटन
बता दें कि 28 अप्रैल 2022 को पीएम मोदी ने डिब्रूगढ़ में एक समारोह में असम के सात कैंसर अस्पतालों को राष्ट्र को समर्पित किया था। ये कैंसर अस्पताल डिब्रूगढ़, कोकराझार, बारपेटा, दरांग, तेजपुर, लखीमपुर और जोरहाट में बने हैं।
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समारोह के दौरान, प्रधानमंत्री ने धुबरी, नलबाड़ी, गोलपारा, नगांव, शिवसागर, तिनसुकिया और गोलाघाट में सात नए कैंसर अस्पतालों की आधारशिला भी रखी। इससे पहले 7 जनवरी 2022 को चित्तरंजन राष्ट्रीय कैंसर संस्थान, कोलकाता के दूसरे परिसर का उद्घाटन पीएम मोदी ने किया। यह 460 बिस्तरों वाला अस्पताल है।
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