NCP Crisis: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने अजित पवार से नाराजगी वाले सवाल पर कहा है कि वे मेरे बड़े भाई हैं। उन्होंने कहा कि अजित पवार और मेरे बीच मतभेद पेशेवर हैं, व्यक्तिगत नहीं। रविवार आधी रात से थोड़ा पहले शुरू हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुप्रिया ने ये बातें कही।
राकांपा संस्थापक शरद पवार की बेटी ने कहा कि अजित पवार अभी भी उनके भाई हैं और एक लोकतांत्रिक पार्टी के भीतर लोगों को अलग-अलग चीजों पर अलग-अलग राय रखने की अनुमति है। ये पूछे जाने पर कि क्या वे अजित पवार से नाराज हैं? उन्होंने कहा कि पार्टी में किसी के खिलाफ कोई नफरत नहीं है।
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दावा- अजित के समर्थन में जो हैं, वे लौटेंगे
सुप्रिया सुले की टिप्पणी उन खबरों के बीच आई है, जिसमें कहा गया है कि कुछ विधायक जो अजित पवार के महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के समय राजभवन में मौजूद थे, वे अभी भी शरद पवार और उनके सहयोगियों के संपर्क में हैं और पार्टी में वापस आ सकते हैं।
पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के बाद से अजित नाराज थे और इसलिए उन्होंने पाला बदलने का फैसला किया, वाले सवाल पर सुप्रिया सुले ने कहा कि आप ऐसा कह सकते हैं यदि इससे आपको खुशी महसूस होती है।
जब सुले से पूछा गया कि अजित पवार द्वारा नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ करने के बारे में उन्हें क्या लगता है, तो उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह एक लोकतांत्रिक देश है और लोकतंत्र में हर किसी को अपनी राय रखने का अधिकार है, इसमें गलत क्या है, उन्हें ऐसा लगता है।”
शपथ लेने वाले विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर
दूसरी ओर, एनसीपी पहले ही एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फड़णवीस सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने वाले 9 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर कर चुकी है। राकांपा नेता जयंत पाटिल के अनुसार, याचिका महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को ईमेल और व्हाट्सएप पर भेजी गई है।
जयंत पाटिल के अनुसार, शिंदे कैबिनेट में शपथ लेने वाले 9 विधायकों को शपथ लेते ही तकनीकी रूप से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
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