महाराष्ट्र के नागपुर में बीते सोमवार यानी 17 मार्च को हुई हिंसा को लेकर पुलिस लगातार एक्शन ले रही है। पुलिस अब तक मास्टरमाइंड फहीम समेत 84 लोगों को अरेस्ट कर चुकी है। इस बीच एनआईए को भी इसकी जांच सौंपी गई है। इस बीच सामने आया है कि इस हिंसा के पीछे बांग्लादेश का हाथ हो सकता है। नागपुर पुलिस की साइबर सेल ने कुछ ऐसे फेसबुक अकाउंट की पहचान की है, जिसने नागपुर में बड़े पैमाने पर दंगे भड़काने की धमकी दी थी। इस मामले को लेकर साइबर पुलिस ने 4 मामले अलग से दर्ज किए हैं। वहीं 34 सोशल मीडिया अकाउंट पर कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार साइबर कुल 1650 सोशल मीडिया अकांउट की जांच में जुटी है।
भविष्य में और भी बड़े दंगे होंगे
पुलिस के अनुसार एक बांग्लादेशी यूजर ने लिखा कि बीते सोमवार के दंगे तो सिर्फ एक छोटी घटना थी और भविष्य में बड़े दंगे होंगे। ऐसे में पुलिस अब इस फेसबुक अकाउंट की जांच में जुटी है, साथ ही इस अकांउट को कौन ऑपरेट कर रहा है, इसकी भी जांच की जा रही है। अब तक की जांच में सामने आया कि यह अकाउंट बांग्लादेश से चलाया जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने फेसबुक से अकाउंट ब्लाॅक करने का अनुरोध किया है।
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97 पोस्ट फैला रहे झूठी जानकारी
बता दें कि नागपुर हिंसा के बाद सोशल मीडिया अकाउंट का इस्तेमाल अफवाह फैलाने के लिए किया जा रहा है। कई पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि दंगों में घायल हुए दो लोगों की इलाज के दौरान हाॅस्पिटल में मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि ये दावे भ्रामक है, दंगों में किसी की व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। पुलिस के अनुसार कुल 97 ऐसी पोस्ट है जो झूठी जानकारी फैला रहे हैं।
साइबर पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे ऐसी किसी अफवाह वाली पोस्ट पर भरोसा नहीं करें और अफवाहों से बचें। नागपुर पुलिस ने दंगों में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए 18 विशेष जांच टीमें बनाई हैं। पुलिस ने अब 200 संदिग्धों की पहचान की है। ये सभी संदिग्ध सीसीटीवी में कैद हुए थे।
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