महाराष्ट्र में इन दिनों सियासी उथल-पुथल चल रही है। विधान परिषद में संविधान और अभिव्यक्ति स्वतंत्रता मुद्दे पर शिंदे ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया। इस दौरान शिंदे ने विधान परिषद में उद्धव ठाकरे का नाम लिए बगैर उन्हें मिस्टर बीन तक कह डाला। शिंदे ने कहा ‘बालासाहब की शिवसेना को मिस्टर बीन ने कांग्रेस के डस्टबिन में डाला हमने उसे सुरक्षित बाहर निकाला। शिंदे ने कहा ‘जो आज संविधान की बात करते हैं, वो बताएं जब मर्चेंट नेवी अफसर को पीटा गया तब कहा था संविधान? जब प्रदीप मोरे को मारा गया, केतकी चितले को जेल में डाला गया और मलिष्का के गाने से पेट दर्द हुआ तब कहां था संविधान?
कुछ लोग ‘मिस्टर बिन’ बन गए हैं- शिंदे
उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने बात बढ़ाते हुए कहा कि ‘बालासाहेब ठाकरे कार्यकर्ताओं के पीछे खड़े रहे, जिस वजह से शिवसेना बड़ी हुई। मगर अब कुछ लोग ‘मिस्टर बिन’ बन गए हैं। वे सामान्य शिवसैनिकों को कचरा समझते हैं। उनकी इस मानसिकता के कारण ही सभी लोग उनसे दूर चले गए हैं। शिंदे ने आगे कहा कि ‘कचरे से जो ऊर्जा उत्पन्न हुई, उसका उन्हें हाई वोल्टेज शॉक लगा। उन्होंने बालासाहेब की शिवसेना को डस्टबिन (कचरे की पेटी) में डाल दिया था। हमने उसे सुरक्षित रूप से बाहर निकालने की कोशिश की।’
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‘डस्टबिन में कौन बैठा था किसी ने नहीं देखा’
पिछले दिनों शिंदे ने कहा था कि उद्धव ने मोदी जी से मुलाकात की थी। उस पर उद्धव ने कहा था तब शिंदे डस्टबिन में छिपे थे। इसका जवाब देते हुए शिंदे ने कहा ‘तब डस्टबिन में कौन बैठा था, ये किसी ने नहीं देखा, लेकिन बाहर आने के बाद उन्हें पसीना आ गया था, ये सभी ने देखा।’ शिंदे ने ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘उन्हें 3 ग्लास पानी पीना पड़ा, चाय मंगवानी पड़ी, चाय कहां की थी, वाघबकरी चाय? शिंदे ने कहा कि ‘मुझे ज्यादा बोलने को मत कहो। बात निकली तो दूर तक जाएगी। शिंदे की इस पूरी बात में कहीं भी किसी का नाम नहीं था, लेकिन उनका रुख साथ था कि वह उद्धव और आदित्य पर निशाना साध रहे हैं।
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